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अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष पर घमासान, दीपावली बाद हो सकता है फैसला

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (Akhil Bharatiya Akhara Parishad) का अगला अध्यक्ष कौन बनेगा, इसका फैसला दीपावली के बाद किया जाएगा. हालांकि, अध्यक्ष पद को लेकर अखाड़ों में घमासान मचना तय दिख रहा है. तीनों अणि अखाड़े इस बार अध्यक्ष पद को हासिल करने की जुगत में हैं.

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Published : Oct 6, 2021, 8:21 PM IST

प्रयागराज : अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का अगला अध्यक्ष कौन बनेगा, इस बारे में फैसला दीपावली के बाद होगा. यह जानकारी अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष देवेंद्र शास्त्री महाराज ने दी है. उनका कहना है कि अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि की भी यही राय है. इसी वजह से दीपावली के बाद अखाड़ा परिषद का अध्यक्ष कौन बनेगा इस पर फैसला किया जाएगा. सभी 13 अखाड़ों को बैठक में बुलाया जाएगा. सर्वसम्मति से अध्यक्ष के नाम को चुना जाएगा. सर्वसम्मति से फैसला नहीं होता है तो बहुमत के आधार पर अध्यक्ष चुना जाएगा.

बता दें कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का अध्यक्ष चुनने के लिए सभी 13 अखाड़ों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी जरूरी मानी जाती है. इन्हीं प्रतिनिधियों की रजामंदी से परिषद के अध्यक्ष को चुना जाता है. किसी कारणवश अगर सर्वसम्मति से अध्यक्ष पद के लिए नाम का चयन नहीं हो पाता है तो उस हालात में बहुमत के आधार पर अध्यक्ष को चुना जाता है.

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष पर घमासान
अध्यक्ष पद को लेकर शुरू हो चुकी है घमासानअखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद से खाली हुए अध्यक्ष पद के लिए घमासान शुरू हो चुका है. हरिद्वार कुम्भ के वक्त से ही उपेक्षा का आरोप लगाकर तीनों वैष्णव अणि अखाड़े नाराज चल रहे थे. इन तीनों अणि अखाड़ों की नाराजगी महंत नरेंद्र गिरि की षोडशी में भी साफ देखने को मिली. जिसमें अणि अखाड़े के कोई भी पदाधिकारी शामिल होने नहीं पहुंचे थे. षोडशी कार्यक्रम में शामिल न होकर अणि अखाड़ों ने अपना रुख साफ कर दिया है कि वो इस बार इतनी आसानी से मानने वाले नहीं हैं. बताया जा रहा है कि अणि अखाड़ों की मांग है कि अध्यक्ष और महामंत्री जैसे प्रमुख एक पद की जिम्मेदारी अणि अखाड़े के किसी महंत को दी जानी चाहिए. अब देखना ये होगा कि सभी को साध लेने वाले महंत नरेंद्र गिरि की गैरमौजूदगी में अखाड़ा परिषद के पदाधिकारी नाराज़ तीनों अखाड़ों को कैसे मनाते हैं.यह भी पढ़ेंः सीतापुर पहुंचे राहुल गांधी, प्रियंका के साथ लखीमपुर खीरी के लिए होंगे रवाना


अखाड़ा परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष देवेंद्र शास्त्री का कहना है कि नाराज़ अणि अखाड़ों से भी बातचीत कर उन्हें मनाया जाएगा. दीपावली के बाद होने वाली बैठक में उन्हें भी आमंत्रित किया जाएगा. जिसके बाद सभी की मौजूदगी में अध्यक्ष पद पर सर्वसम्मति से फैसला किया जाएगा. नए अध्यक्ष को चुनने में सभी की सहमति नहीं बनती है तो फिर बहुमत के आधार पर अध्यक्ष का चयन किया जाएगा.

प्रयागराज : अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का अगला अध्यक्ष कौन बनेगा, इस बारे में फैसला दीपावली के बाद होगा. यह जानकारी अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष देवेंद्र शास्त्री महाराज ने दी है. उनका कहना है कि अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि की भी यही राय है. इसी वजह से दीपावली के बाद अखाड़ा परिषद का अध्यक्ष कौन बनेगा इस पर फैसला किया जाएगा. सभी 13 अखाड़ों को बैठक में बुलाया जाएगा. सर्वसम्मति से अध्यक्ष के नाम को चुना जाएगा. सर्वसम्मति से फैसला नहीं होता है तो बहुमत के आधार पर अध्यक्ष चुना जाएगा.

बता दें कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का अध्यक्ष चुनने के लिए सभी 13 अखाड़ों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी जरूरी मानी जाती है. इन्हीं प्रतिनिधियों की रजामंदी से परिषद के अध्यक्ष को चुना जाता है. किसी कारणवश अगर सर्वसम्मति से अध्यक्ष पद के लिए नाम का चयन नहीं हो पाता है तो उस हालात में बहुमत के आधार पर अध्यक्ष को चुना जाता है.

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष पर घमासान
अध्यक्ष पद को लेकर शुरू हो चुकी है घमासानअखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद से खाली हुए अध्यक्ष पद के लिए घमासान शुरू हो चुका है. हरिद्वार कुम्भ के वक्त से ही उपेक्षा का आरोप लगाकर तीनों वैष्णव अणि अखाड़े नाराज चल रहे थे. इन तीनों अणि अखाड़ों की नाराजगी महंत नरेंद्र गिरि की षोडशी में भी साफ देखने को मिली. जिसमें अणि अखाड़े के कोई भी पदाधिकारी शामिल होने नहीं पहुंचे थे. षोडशी कार्यक्रम में शामिल न होकर अणि अखाड़ों ने अपना रुख साफ कर दिया है कि वो इस बार इतनी आसानी से मानने वाले नहीं हैं. बताया जा रहा है कि अणि अखाड़ों की मांग है कि अध्यक्ष और महामंत्री जैसे प्रमुख एक पद की जिम्मेदारी अणि अखाड़े के किसी महंत को दी जानी चाहिए. अब देखना ये होगा कि सभी को साध लेने वाले महंत नरेंद्र गिरि की गैरमौजूदगी में अखाड़ा परिषद के पदाधिकारी नाराज़ तीनों अखाड़ों को कैसे मनाते हैं.यह भी पढ़ेंः सीतापुर पहुंचे राहुल गांधी, प्रियंका के साथ लखीमपुर खीरी के लिए होंगे रवाना


अखाड़ा परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष देवेंद्र शास्त्री का कहना है कि नाराज़ अणि अखाड़ों से भी बातचीत कर उन्हें मनाया जाएगा. दीपावली के बाद होने वाली बैठक में उन्हें भी आमंत्रित किया जाएगा. जिसके बाद सभी की मौजूदगी में अध्यक्ष पद पर सर्वसम्मति से फैसला किया जाएगा. नए अध्यक्ष को चुनने में सभी की सहमति नहीं बनती है तो फिर बहुमत के आधार पर अध्यक्ष का चयन किया जाएगा.

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