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बर्थडे से 15 दिन पहले जिंदगी की जंग हार गया मासूम, 7 घंटें चला रेस्क्यू

उमरिया के बाद दमोह का एक मासूम भी बोरवेल में गिर जिंदगी की जंग हार गया. दरअसल खेत में खेलते-खेलते 7 साल का प्रियांश बोरवेल में गिरकर फंस गया था, जिसे SDRF ने 7 घंटों के ऑपरेशन के बाद रेस्क्यू किया लेकिन उसकी जान नहीं बच पाई. प्रियांश को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित बताया.

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बोरवेल में गिरा 7 साल का प्रियांशः
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Published : Feb 27, 2022, 5:55 PM IST

Updated : Feb 27, 2022, 8:36 PM IST

दमोह: एमपी में फिर एक मासूम की जान बोरवेल ने ले ली. दरअसल, दमोह के पटेरा ब्लॉक के ग्राम बरखेरा वैश्य में सात साल का बच्चा बोरवेल में गिर गया था, जिसे प्रशासन और एसडीआरएफ की कड़ी मेहनत के बाद बाहर निकाला गया, लेकिन मासूम की जान नहीं बच पाई. 7 घंटे चले ऑपरेशन के बाद बच्चे को रेस्क्यू किया गया. उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित किया. बता दें कि खेलते-खेलते 7 साल का प्रियांश खेत में बने एक बोरवेल में गिर गया था.

जिंदगी से हार गया बोरवेल से बाहर आया प्रियांश

प्रशासनिक सहयोग से आखिरकार एसडीआरएफ की टीम ने बच्चे का रेस्क्यू कर लिया, लेकिन बच्चे को बचाया नहीं जा सका. करीब 7 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद प्रियांश को बाहर निकालने में सफलता हाथ लगी है. जैसे ही जेसीबी मशीन से एसडीआरएफ के 2 जवान प्रियांश को अपनी गोद में लेकर गड्ढे से बाहर निकले तो ग्रामीणों ने जय सियाराम के जयकारों के साथ ईश्वर का शुक्रिया अदा किया.

मध्य प्रदेश: बोरवेल में गिरा 4 साल का मासूम जिंदगी की जंग हारा

बच्चे को बचाना प्राथमिकता
मासूम के बोर से बाहर निकलने की खुशी के कारण परिजनों एवं ग्रामीणों की आंखों से आंसू भी बह निकले। प्रियांश को बोरवेल से निकालकर उसे तुरंत उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया है. कई घंटों तक बोरवेल में रहने से घुटन, भूख एवं डर के कारण बच्चा बेहोश हो गया है. इस मामले में कलेक्टर एस कृष्ण चैतन्य का कहना है कि हमारा पूरा प्रयास है कि बच्चे की जान बचाई जा सके. मेडिकल टीम बच्चे के साथ गई जहां चिकित्सकों ने उसे मृत करार दिया.

दमोह: एमपी में फिर एक मासूम की जान बोरवेल ने ले ली. दरअसल, दमोह के पटेरा ब्लॉक के ग्राम बरखेरा वैश्य में सात साल का बच्चा बोरवेल में गिर गया था, जिसे प्रशासन और एसडीआरएफ की कड़ी मेहनत के बाद बाहर निकाला गया, लेकिन मासूम की जान नहीं बच पाई. 7 घंटे चले ऑपरेशन के बाद बच्चे को रेस्क्यू किया गया. उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित किया. बता दें कि खेलते-खेलते 7 साल का प्रियांश खेत में बने एक बोरवेल में गिर गया था.

जिंदगी से हार गया बोरवेल से बाहर आया प्रियांश

प्रशासनिक सहयोग से आखिरकार एसडीआरएफ की टीम ने बच्चे का रेस्क्यू कर लिया, लेकिन बच्चे को बचाया नहीं जा सका. करीब 7 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद प्रियांश को बाहर निकालने में सफलता हाथ लगी है. जैसे ही जेसीबी मशीन से एसडीआरएफ के 2 जवान प्रियांश को अपनी गोद में लेकर गड्ढे से बाहर निकले तो ग्रामीणों ने जय सियाराम के जयकारों के साथ ईश्वर का शुक्रिया अदा किया.

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बच्चे को बचाना प्राथमिकता
मासूम के बोर से बाहर निकलने की खुशी के कारण परिजनों एवं ग्रामीणों की आंखों से आंसू भी बह निकले। प्रियांश को बोरवेल से निकालकर उसे तुरंत उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया है. कई घंटों तक बोरवेल में रहने से घुटन, भूख एवं डर के कारण बच्चा बेहोश हो गया है. इस मामले में कलेक्टर एस कृष्ण चैतन्य का कहना है कि हमारा पूरा प्रयास है कि बच्चे की जान बचाई जा सके. मेडिकल टीम बच्चे के साथ गई जहां चिकित्सकों ने उसे मृत करार दिया.

Last Updated : Feb 27, 2022, 8:36 PM IST
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