नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने बुधवार को संसद को बताया कि वार्षिक अमरनाथ यात्रा के दौरान इस साल 42 तीर्थयात्रियों की प्राकृतिक कारणों से मृत्यु हो चुकी है. बता दें कि पिछले दिनों अचानक आई बाढ़ के कारण 15 अमरनाथ यात्रियों की मौत हो गई थी.
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय (Union Minister of State for Home Nityanand Rai) ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा में यह जानकारी दी. उनसे सवाल किया गया था, जुलाई में पवित्र अमरनाथ यात्रा के दौरान अचानक आई बाढ़ के कारण कितने तीर्थयात्रियों ने अपनी जान गंवाई. इसके जवाब में राय ने कहा, जम्मू कश्मीर सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अचानक आई बाढ़ के कारण 15 लोगों की जान चली गई, लेकिन किसी व्यक्ति के लापता होने की सूचना नहीं है. हालांकि 42 तीर्थयात्रियों की मौत विभिन्न प्राकृतिक कारणों से हुई है.
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Reportedly 42 pilgrims have died due to natural causes till 19th July. In the years 2020 and 2021, Amarnath Yatra was not organized owing to COVID-19: MoS Home Nityanand Rai in Rajya Sabha pic.twitter.com/MJWPhN6PCs
— ANI (@ANI) July 27, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) July 27, 2022Reportedly 42 pilgrims have died due to natural causes till 19th July. In the years 2020 and 2021, Amarnath Yatra was not organized owing to COVID-19: MoS Home Nityanand Rai in Rajya Sabha pic.twitter.com/MJWPhN6PCs
— ANI (@ANI) July 27, 2022
उन्होंने कहा, विभिन्न सरकारी एजेंसियों जैसे एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, सीएपीएफ और सरकारी कर्मचारियों को तीर्थयात्रियों के खोज अभियान, बचाव और राहत के लिए तैनात किया गया था. यात्रियों को तत्काल सुरक्षित स्थानों व शिविरों में ले जाया गया और उन्हें आवास तथा भोजन उपलब्ध कराया गया. घायल यात्रियों को निकटतम चिकित्सा सुविधाओं तक पहुंचाया गया. 2020 और 2021 में कोविड-19 महामारी के कारण श्री अमरनाथ यात्रा का आयोजन नहीं किया गया था.
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