चाईबासा: नक्सल प्रभावित टोंटो थाना क्षेत्र के रेंगड़ाहातु जंगल में सुरक्षाबलों को विस्फोटक से उड़ाने के लिए बिछाई गई लैंड माइन के फटने से लकड़ी काटने गये 50 वर्षीय चैतन्य कोड़ा की मौत हो गई(Explosion In Pressure Bomb In Chaibasa ). रविवार दोपहर 12 बजे घटी घटना में जंगल में बिछाए गए प्रेशर बम पर किसान का पैर पड़ने से विस्फोट हो गया था. इसमें ग्रामीण के पैर, हाथ समेत पूरे शरीर में गहरे जख्म आए थे. उसे फोर्स के जवान इलाज के लिए अस्पताल ले गए, लेकिन बचाया नहीं जा सका.
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स्थानीय लोगों ने बताया कि बम विस्फोट की आवाज गांव में काफी दूर तक सुनाई दी थी. इसके बाद कुछ ग्रामीण बम धमाके वाले स्थल की ओर गए तो देखा कि एक ग्रामीण बुरी तरह जख्मी होकर जमीन पर पड़ा हुआ है. इसके बाद टोंटो थाने को घटना की सूचना दी गई. पुलिस और सीआरपीएफ के जवान रविवार शाम करीब चार बजे रेंगड़ाहातु गांव पहुंचे और एंबुलेंस से जख्मी ग्रामीण को चाईबासा के सदर अस्पताल लाया गया.
चैतन्य के पुत्र बहादुल कोड़ा ने बताया कि वो लोग रेंगाड़ाहातु गांव के रहने वाले हैं. उसके पिता रविवार दोपहर 12 बजे लकड़ी लाने के लिए जंगल गए थे. पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने बताया कि पूरे क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चल रहा है. पिछले दिनों हम लोगों ने आईईडी बरामद किया था. नक्सलियों ने रेंगड़ाहातु समेत अन्य स्थानों पर आइईडी बिछा रखी है. दुर्भाग्यवश ग्रामीण का पैर उस पर पड़ गया और बम धमाका हो गया. इस घटना में किसी अन्य के जख्मी होने की सूचना नहीं है.