चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर में भारत-भवन चौक के पास 12 नवंबर को कमलदेव गिरी की हत्या (Kamaldev Giri murder) करने के मामले का पुलिस ने 10 दिन बाद गुत्थी सुलझा ली है. इस मामले में पुलिस ने 2 अपराधियों को गिरफ्तार किया है.
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सोमवार को पश्चिमी सिंहभूम के एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि विगत 12 नवंबर को कमलदेव गिरी की हत्या कर दी गई थी. घटना के दो दिन बाद पुलिस ने मृतक के भाई के बयान पर हत्या का मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया. इसके लिए एक 11 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया था जिसका नेतृत्व खुद कर रहे थे. मामले को सुलझाने के लिए टेक्निकल टीम और बम निरोधक दस्ता के साथ मिलकर काम किया गया और कांड में संलिप्त गुलजार और मातिउर को गिरफ्तार किया गया. इस मामले का मुख्य साजिशकर्ता सतीश प्रधान और जाहिद है जिन्होंने गुलजार और मातिउर के अलावा अपने चार अन्य साथियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया.
एसपी ने बताया कि बीते वर्ष सतीश प्रधान और कमलदेव के बीच झड़प हुई थी. इस मामले में दोनों जेल गए थे. उसके बाद से ही सतीश हत्या की साजिश रच रहा था. घटना को अंजाम देने के लिए सतीश ने अपने साथी जाहिद के साथ मिलकर गुलजार और मातिउर को हथियार बनाया और उनसे रेकी करवाई. वहीं घटना को अंजाम देने में दो से ज्यादा लोगों के शामिल होने की बात बताई जा रही है. एसपी आशुतोष शेखर का कहना है कि सतीश की गिरफ्तारी के बाद ही मामला पूरी तरह साफ हो पाएगा. (Disclosure of Kamaldev Giri murder case)