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चाईबासा में पदस्थापित रेडियोलॉजिस्ट की मनमानी की शिकायत, CM ने ट्वीट कर DC को कार्रवाई के दिए निर्देश - पश्चिम सिंहभूम उपायुक्त

चाईबासा सदर अस्पताल में पदस्थापित रेडियोलॉजिस्ट की मनमानी की शिकायत शहर के एक नागरिक ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ट्विटर के माध्यम से की थी. शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सीएम ने ट्विटर के माध्यम से ही पश्चिम सिंहभूम के उपायुक्त अरवा राजकमल को ट्वीट करते हुए मामले पर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिए हैं.

CM action on arbitrary complaint of posted radiologist at Chaibasa Sadar Hospital
चाईबासा सदर अस्पताल
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Published : Feb 5, 2020, 6:34 PM IST

चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले के सदर अस्पताल चाईबासा में पदस्थापित रेडियोलॉजिस्ट की मनमानी की शिकायत ट्विटर से शहर के एक नागरिक ने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से की थी. मुख्यमंत्री ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए ट्विटर के माध्यम से ही पश्चिम सिंहभूम के उपायुक्त अरवा राजकमल को ट्वीट करते हुए मामले पर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.

देखें पूरी खबर
अस्पताल की एकमात्र रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर करिश्मा पिंगुवा की मनमानी का खामियाजा आम मरीजों को चुकानी पड़ रही है. डॉक्टर करिश्मा पिंगुवा अपना निजी क्लीनिक भी चलाती हैं, इसके चलते प्रतिदिन विलंब से अस्पताल आना और जल्दी चले जाना लगा रहता है. मरीजों से रोज-रोज की शिकायत मिलने पर सदर अस्पताल के सिविल सर्जन ने कार्यवाही करते हुए डॉक्टर करिश्मा पिंगुआ की 1 दिन की हाजरी काटने का आदेश जारी किया था, जिससे नाराज होकर डॉक्टर करिश्मा पिंगुवा अस्पताल आना ही बंद कर दी हैं.

ये भी देखें- नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : हैदराबादी युवा ने बनाया नॉन-प्लास्टिक वी-कार्ड

यही कारण है कि अस्पताल के मरीजों को निजी क्लीनिक से अल्ट्रासाउंड कराने को लेकर उन्हें 800 से 1000 रुपए तक देने पड़ रहे हैं. डॉक्टर की मनमानी को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गंभीरता से लिया है और पश्चिम सिंहभूम उपायुक्त को कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.

इधर, सिविल सर्जन मंजू दुबे ने डॉक्टर करिश्मा पींगवा से कई बार बात की, जिसके 15 दिन बाद डॉक्टर करिश्मा पिंगुआ ने 1 फरवरी को किसान अस्पताल में आकर जॉइनिंग किया. उसके बाद फिर सोमवार से वो गायब रहने लगी. जिसे लेकर शहर के एक युवक ने मुख्यमंत्री को ट्विटर पर ट्वीट करते हुए शिकायत की और डॉक्टर करिश्मा पींगवा की मनमानी की जानकारी दी.

चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले के सदर अस्पताल चाईबासा में पदस्थापित रेडियोलॉजिस्ट की मनमानी की शिकायत ट्विटर से शहर के एक नागरिक ने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से की थी. मुख्यमंत्री ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए ट्विटर के माध्यम से ही पश्चिम सिंहभूम के उपायुक्त अरवा राजकमल को ट्वीट करते हुए मामले पर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.

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अस्पताल की एकमात्र रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर करिश्मा पिंगुवा की मनमानी का खामियाजा आम मरीजों को चुकानी पड़ रही है. डॉक्टर करिश्मा पिंगुवा अपना निजी क्लीनिक भी चलाती हैं, इसके चलते प्रतिदिन विलंब से अस्पताल आना और जल्दी चले जाना लगा रहता है. मरीजों से रोज-रोज की शिकायत मिलने पर सदर अस्पताल के सिविल सर्जन ने कार्यवाही करते हुए डॉक्टर करिश्मा पिंगुआ की 1 दिन की हाजरी काटने का आदेश जारी किया था, जिससे नाराज होकर डॉक्टर करिश्मा पिंगुवा अस्पताल आना ही बंद कर दी हैं.

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यही कारण है कि अस्पताल के मरीजों को निजी क्लीनिक से अल्ट्रासाउंड कराने को लेकर उन्हें 800 से 1000 रुपए तक देने पड़ रहे हैं. डॉक्टर की मनमानी को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गंभीरता से लिया है और पश्चिम सिंहभूम उपायुक्त को कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.

इधर, सिविल सर्जन मंजू दुबे ने डॉक्टर करिश्मा पींगवा से कई बार बात की, जिसके 15 दिन बाद डॉक्टर करिश्मा पिंगुआ ने 1 फरवरी को किसान अस्पताल में आकर जॉइनिंग किया. उसके बाद फिर सोमवार से वो गायब रहने लगी. जिसे लेकर शहर के एक युवक ने मुख्यमंत्री को ट्विटर पर ट्वीट करते हुए शिकायत की और डॉक्टर करिश्मा पींगवा की मनमानी की जानकारी दी.

Intro:चाईबासा। पश्चिम सिंहभूम जिले के सदर अस्पताल चाईबासा में पदस्थापित रेडियोलॉजिस्ट की मनमानी की शिकायत ट्विटर से शहर के एक नागरिक के द्वारा राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से की थी। मुख्यमंत्री ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए ट्विटर के माध्यम से ही पश्चिम सिंहभूम के उपायुक्त अरवा राजकमल को ट्वीट करते हुए मामले पर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

Body:अस्पताल की एकमात्र रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर करिश्मा पिंगुवा की मनमानी का खामियाजा आम मरीजों को चुकानी पड़ रही है। डॉक्टर करिश्मा पींगवा अपने निजी क्लीनिक भी चलाती है इसके चलते प्रतिदिन विलंब से अस्पताल आना और जल्दी चले जाना लगा रहता है मरीजों से रोज-रोज की शिकायत मिलने पर सदर अस्पताल के सिविल सर्जन ने कार्यवाही करते हुए डॉक्टर करिश्मा पिंगुआ की 1 दिन की हाजरी काटने का आदेश जारी किया था जिससे नाराज होकर डॉक्टर करिश्मा पिंगुवा अस्पताल आना ही बंद कर दिया है। यही कारण है कि अस्पताल के मरीजों को निजी क्लीनिक से अल्ट्रासाउंड कराने को लेकर उन्हें 800 से ₹1000 देने पड़ रहे हैं डॉक्टर की मनमानी को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गंभीरता से लिया है और पश्चिम सिंहभूम उपायुक्त को कार्यवाही करने का निर्देश दिया है।

इधर सिविल सर्जन मंजू दुबे ने लगातार 15 दिनों से डॉक्टर करिश्मा पींगवा के गायब रहने से उनसे कई बार बातचीत की जिस पर डॉक्टर करिश्मा पिंगुआ ने 1 फरवरी किसान अस्पताल में आकर जॉइनिंग क्या उसके बाद सोमवार से वह फिर से अस्पताल से गायब रहने लगी जिसे लेकर शहर के एक युवक ने मुख्यमंत्री को ट्विटर पर ट्वीट करते हुए शिकायत की और डॉक्टर करिश्मा पींगवा की मनमानी की जानकारी दी।Conclusion:
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