सिमडेगा: बिहार से अलग होकर 20 साल पहले गठित हुए नए राज्य में हॉकी खेलने आईं खिलाड़ियों का सिमडेगा में जोरदार स्वागत हुआ. यहां मिले प्यार और सहयोग से ये जूनियर महिला खिलाड़ी अभिभूत (मुग्ध, भावविह्वल) नजर आईं. 11वीं सब जूनियर नेशनल महिला हॉकी चैंपियनशिप में हिस्सा लेकर मंगलवार को लौटी बिहार की टीम ने जाते-जाते सिमडेगा से मिले प्यार, अतिथि सत्कार और सहयोग के लिए धन्यवाद कहा.
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बिहार टीम की कोच मिनी कुमारी ने कहा कि वे पहले भी कई नेशनल चैंपियनशिप के लिए टीम लेकर दूसरे राज्यों में गईं हैं. इस बार सिमडेगा जैसे छोटे जिले में बतौर कोच टीम लेकर सबजूनियर प्रतियोगिता के लिए आईं थीं. आने से पहले मन में थोड़ा संशय था कि पता नहीं सिमडेगा का माहौल कैसा होगा, लोग कितना सहयोग करेंगे. लेकिन यहां मिले सहयोग और प्यार को पाकर वे काफी खुश हैं. वे कहती हैं कि अगर एक टीम के रूप में मिलकर काम किया जाए तो सब कुछ संभव है. यही काम सिमडेगा ने करके दिखाया है. यहां जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, हॉकी संघ हर किसी ने अच्छी व्यवस्था की थी. सभी की ओर से उनकी टीम को सहयोग मिला, जिसे वे लोग भूल नहीं सकती हैं. इसके अलावा मिनी कहती है भले ही बिहार से अलग होकर झारखंड राज्य बना है, जगह का बंटवारा हुआ है, परंतु दिल का जुड़ाव तो वही है. शायद यही कारण है कि उन्हें अथवा उनकी टीम को एक बार भी यह महसूस नहीं हुआ कि वे दूसरे राज्य में मैच खेल रहीं हैं, अंत में कहती है कि यदि भविष्य में फिर मौका मिला तो फिर सिमडेगा आना चाहेंगी.सभी की तारीफ
वहीं पहली बार नेशनल खेलने आई रिमझिम कुमारी कहती हैं कि सिमडेगा में सारी व्यवस्था बहुत अच्छी थी. उन्हें खाने, रहने से लेकर खेलने में किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई. जब भी जरूरत हुई उन लोगों को, स्टाफ, पुलिसकर्मी और हॉकी संघ का सहयोग मिला.