लातेहार: भले ही सरकार स्वास्थ्य सुविधा को लेकर बड़े-बड़े दावे करे, पर सच्चाई यह है कि आज भी ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधा की स्थिति काफी बदत्तर है. इसका जीता जागता उदाहरण लातेहार के डीही गांव में स्थित स्वास्थ्य केंद्र है. इस अस्पताल की हालत यह है कि यह कब खुलता है और कब बंद होता है, किसी को पता ही नहीं चलता.
चलती है मनमर्जी
दरअसल, डीही गांव लातेहार, बालूमाथ और हेरहंज प्रखंड की सीमा पर स्थित है. सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाका होने के कारण इस अस्पताल पर लोगों की निर्भरता काफी अधिक है. अस्पताल की उपयोगिता को देखते हुए सरकार ने यहां एक महिला चिकित्सक और एक नर्स को पदस्थापित कर रखा है. इसके अलावे एमपीडब्ल्यू भी यहां कार्यरत हैं. पर उक्त स्वास्थ्यकर्मी कब अस्पताल खोलते हैं और कब इसे बंद कर देते हैं यह आम लोगों को पता ही नहीं चलता है.
मरीजों को भारी परेशानी
गांव के ग्राम प्रधान मुनारी सिंह ने कहा कि अस्पताल बंद रहने के कारण मरीजों को भारी परेशानी होती है, पर इसे देखने वाला कोई नहीं है. वहीं ग्रामीण महेश्वर सिंह ने कहा कि अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मी 10:30 बजे के बाद ही कभी कभार आते हैं और 3:00 बजे से पहले बंद कर चले जाते हैं.
ये भी पढ़ें- देश भर में आज मनाई जा रही ईद, मस्जिदों में अवाम की सलामती की दुआ
'जल्द ही व्यवस्था सुधार ली जाएगी'
वहीं, इस संबंध में लातेहार के प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर एचसी हांसदा ने कहा कि डीही अस्पताल को 24 घंटा खुला रखना है. इसीलिए वहां एक अतिरिक्त नर्स भेजा जा रहा है. उन्होंने कहा कि जल्द ही व्यवस्था सुधार ली जाएगी.