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स्वदेश दर्शन योजना के तहत पर्यटन के मानचित्र पर चमकेगी दलमा सेंचुरी, वन विभाग को भेजी गई राशि - सरायकेला का दलमा सेंचुरी

झारखंड में पर्यटन स्थलों को इको सर्किट टूरिज्म के तहत विकसित किए जाने की योजना बनाई गई है. इसके तहत सरायकेला के दलमा अभयारण्य के मोहक जंगल चांडिल डैम समेत आसपास के मनोहर और रमणीय पर्यटन स्थलों को विकसित किया जाएगा.

dalma century and other tourist destinations in seraikela
दलमा सेंचुरी
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Published : Dec 22, 2020, 11:26 AM IST

सरायकेला: इको और टूरिज्म सर्किट विकसित कर झारखंड के पर्यटन को पर्यटन मानचित्र पर उभारने की सरकारी कवायद तेज हो गई है. सरकार स्वदेश दर्शन योजना के तहत दलमा अभ्यारण के मोहक जंगल चांडिल डैम समेत आसपास के मनोहर और रमणीय पर्यटन स्थलों को टूरिज्म सर्किट के रूप में विकसित किए जाने की योजना बना रही है.

देखें पूरी खबर
गज परियोजना हाथियों के लिए संरक्षित स्वदेश दर्शन के तहत दलमा वाइल्डलाइफ सेंचुरी को और विकसित करने के उद्देश्य से योजना के पहले किस्त की राशि प्रदान की जा चुकी है. इसके तहत दो करोड़ रुपये वन विभाग को प्राप्त हो चुके हैं. दलमा वाइल्डलाइफ सेंचुरी के तहत गज परियोजना हाथियों के लिए संरक्षित है. दलमा अभ्यारण इको सेंसेटिव जोन में है. ऐसे में अब इस पर्यटन स्थल को देश के पर्यटन मानचित्र पर बेहतर तरीके से उभारने की कोशिश की जाएगी.

इसे भी पढ़ें- जमशेदपुर के साकची बाजार पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, आगजनी की घटना का लिया जायजा

स्वदेश दर्शन योजना पर खर्च होंगे 57 करोड़ 91 लाख 82 हजार
देशभर में पर्यटन स्थलों को विकसित किए जाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार की और से स्वदेश दर्शन योजना के तहत 57 करोड़ 91 लाख 82 हजार रुपये की बजट तैयार किया गया है. इसके तहत दलमा और इससे सटे चांडिल वन क्षेत्र में पर्यटन विकास को लेकर 15 करोड़ खर्च किए जाएंगे. योजना की इस राशि से दलमा और चांडिल क्षेत्र को इको टूरिज्म सर्किट में शामिल किया जा सकेगा.

पर्यटकों को मिलेगी बेहतरीन सुविधाएं
झारखंड में पर्यटन स्थलों को इको सर्किट टूरिज्म के तहत विकसित किए जाने की योजना बनाई गई है. जिसके तहत विभिन्न पर्यटन स्थलों में शामिल दलमा और चांडिल को आगे और विकसित किया जाएगा. इको सर्किट टूरिज्म के तहत यहां आधुनिक गेस्ट हाउस, व्यू प्लेटफार्म बनाया जाएगा. इसके साथ ही सूचना केंद्र, म्यूजियम, सनसेट पॉइंट, एडवेंचर स्पोर्ट्स की सुविधा आने वाले पर्यटकों को मिलेगी.

सरायकेला: इको और टूरिज्म सर्किट विकसित कर झारखंड के पर्यटन को पर्यटन मानचित्र पर उभारने की सरकारी कवायद तेज हो गई है. सरकार स्वदेश दर्शन योजना के तहत दलमा अभ्यारण के मोहक जंगल चांडिल डैम समेत आसपास के मनोहर और रमणीय पर्यटन स्थलों को टूरिज्म सर्किट के रूप में विकसित किए जाने की योजना बना रही है.

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गज परियोजना हाथियों के लिए संरक्षित स्वदेश दर्शन के तहत दलमा वाइल्डलाइफ सेंचुरी को और विकसित करने के उद्देश्य से योजना के पहले किस्त की राशि प्रदान की जा चुकी है. इसके तहत दो करोड़ रुपये वन विभाग को प्राप्त हो चुके हैं. दलमा वाइल्डलाइफ सेंचुरी के तहत गज परियोजना हाथियों के लिए संरक्षित है. दलमा अभ्यारण इको सेंसेटिव जोन में है. ऐसे में अब इस पर्यटन स्थल को देश के पर्यटन मानचित्र पर बेहतर तरीके से उभारने की कोशिश की जाएगी.

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स्वदेश दर्शन योजना पर खर्च होंगे 57 करोड़ 91 लाख 82 हजार
देशभर में पर्यटन स्थलों को विकसित किए जाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार की और से स्वदेश दर्शन योजना के तहत 57 करोड़ 91 लाख 82 हजार रुपये की बजट तैयार किया गया है. इसके तहत दलमा और इससे सटे चांडिल वन क्षेत्र में पर्यटन विकास को लेकर 15 करोड़ खर्च किए जाएंगे. योजना की इस राशि से दलमा और चांडिल क्षेत्र को इको टूरिज्म सर्किट में शामिल किया जा सकेगा.

पर्यटकों को मिलेगी बेहतरीन सुविधाएं
झारखंड में पर्यटन स्थलों को इको सर्किट टूरिज्म के तहत विकसित किए जाने की योजना बनाई गई है. जिसके तहत विभिन्न पर्यटन स्थलों में शामिल दलमा और चांडिल को आगे और विकसित किया जाएगा. इको सर्किट टूरिज्म के तहत यहां आधुनिक गेस्ट हाउस, व्यू प्लेटफार्म बनाया जाएगा. इसके साथ ही सूचना केंद्र, म्यूजियम, सनसेट पॉइंट, एडवेंचर स्पोर्ट्स की सुविधा आने वाले पर्यटकों को मिलेगी.

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