सरायकेला: जिले में लगातार बढ़ रही संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए लोगों को अस्पताल पहुंचाने के उद्देश्य से बीते 14 मई को ऑक्सीजन सपोर्टेड मोबाइल वैन उपलब्ध कराया गया था लेकिन संक्रमण के मामले कम होने के बाद स्वास्थ्य विभाग इस वैन का प्रयोग अब डोर टू डोर वैक्सीन कार्य के लिए कर रहा है.
ये भी पढ़ें- कोरोना की तीसरी लहर को लेकर सरायकेला जिला प्रशासन अलर्ट, स्वास्थ्य विभाग ने शुरू की तैयारी
टीकाकरण अभियान की शुरुआत
औद्योगिक समेत शहरी क्षेत्र में 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को घर पर ही वैक्सीन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से सोमवार को मोबाइल वैन के माध्यम से टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई.
मौके पर जिला उपायुक्त अरवा राजकमल ने दोनों वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया लेकिन इनमें से एक वैन बीते 14 मई को चंदू लाल भलोटिया ट्रस्ट की ओर से कोरोना मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के उद्देश्य से विशेष तौर पर डिजाइन कर जिला प्रशासन को सौंपी गई थी. हालांकि अब स्वास्थ विभाग इस ऑक्सीजन सपोर्टेड वेन का प्रयोग मोबाइल वैक्सीनेशन काम के लिए कर रहा है.
उपायुक्त ने दी जानकारी
इधर, जिला उपायुक्त अरवा राजकमल ने कहा कि वैक्सीनेशन कार्यक्रम को विस्तृत करने के उद्देश्य से मोबाइल वैक्सीन वैन की शुरुआत की गई है. उन्होंने बताया कि जिन वाहनों का प्रयोग अन्य किसी कार्य में नहीं किए जा रहा है. उन सभी वाहनों को चिन्हित कर मोबाइल वैक्सीन के तौर पर प्रयोग में लाया जाएगा. उपायुक्त ने बताया कि औद्योगिक कंपनियों के सहयोग से सामाजिक दायित्व निर्वहन कार्यक्रम के तहत पांच अन्य वैन भी जिला प्रशासन को उपलब्ध होंगी, जिनका प्रयोग मोबाइल वैक्सीन अभियान में किया जाएगा.