सरायकेला: 1 जनवरी को खरसावां में होने वाले शहीद दिवस की तैयारी अब अंतिम चरण में है. जिला प्रशासन और आदिवासी समन्वय समिति के साथ आदि विज्ञान कला संस्कृति की ओर से शहीद श्रद्धांजलि समारोह की तैयारियां पूरी कर ली गई है. कोविड-19 के कारण इस साल जनसभा आयोजित नहीं होगी. शहीद वेदी पर पारंपरिक रूप से पूजा-अर्चना कर श्रद्धांजलि दी जाएगी.
ये भी पढ़ें- डीआईजी ने रामगढ़ एसडीपीओ कार्यालय का किया निरीक्षण, दिए कई दिशा निर्देश
शहीद स्थल पर आने वालों का होगा रजिस्ट्रेशन
आदि विज्ञान कला संस्कृति और आदिवासी समन्वय समिति की ओर से बैठक आयोजित कर कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर ली गई है. शहीद दिवस के दिन संथाल, मुंडा, भूमिज, उरांव आदि समुदाय के लोग 11 बजे शहीद बेदी पर पारंपरिक रूप से पूजा अर्चना कर श्रद्धांजलि देंगे. समिति को पूजा सामग्री उपलब्ध करा दी गई है. इस बार शहीद स्थल पर पहुंचने वाले लोगों का रजिस्ट्रेशन भी किया जाएगा. बिना मास्क किसी को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी. समिति की ओर से व्यापक प्रचार-प्रसार के माध्यम से सीमित संख्या में लोगों को आमंत्रित किया गया है, ताकि कोरोना काल में नियमों का पालन किया जाए.
सुरक्षा के होंगे पुख्ता इंतजाम
आदिवासी समन्वय समिति और जिला प्रशासन ने शहीद स्थल और शहीद पार्क में प्रवेश से पूर्व ही अलग-अलग स्थान पर 7 ड्रॉप गेट बनाए गए हैं, जहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होंगे. इस साल भी शहीद पार्क के अंदर जूता -चप्पल प्रवेश वर्जित रहेगा, जबकि किसी भी हाल में लोग तंबाकू समेत नशीले पदार्थ लेकर प्रवेश नहीं कर सकेंगे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा समेत कोल्हान प्रमंडल के विधायक और मंत्री श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल होंगे.