सरायकेला: कुड़मी जाति को आदिवासी का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर 20 सितंबर से नीमडीह रेलवे स्टेशन के पास रेल टेका (रेल रोको) अभियान चलाया जा रहा है. इस आंदोलन के दौरान रेल ट्रैक जाम करने पर अड़े आंदोलनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई. जिसके बाद पुलिस ने आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज किया. जिससे आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर जमकर पथराव किया.
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नीमडीह रेलवे फाटक से पूर्व रघुनाथपुर-पटमदा सड़क मार्ग पर सैकड़ों की संख्या में मौजूद कुड़मी जाति के आंदोलनकारी इक्ट्ठा हुए थे. इसमें महिला और पुरुष सभी शामिल थे. बुधवार दोपहर पुलिस के मना करने के बाद भी आंदोलनकारी जबरन रेलवे ट्रैक जाम करने आगे बढ़ने लगे, जिसके बाद पुलिस ने पहले चेतावनी दी और फिर उन पर लाठीचार्ज कर दिया.
पुलिस के लाठीचार्ज करते ही वहां अफरा-तफरी मच गई. लाठीचार्ज में कई आंदोलनकारी घायल भी हुए. इससे आक्रोशित होकर उन्होंने पुलिस पर पथराव कर दिया. इस दौरान वहां तनाव बना रहा, बाद में पुलिस बल के द्वारा सख्ती दिखाए जाने के बाद आंदोलनकारी इधर-उधर भाग खड़े हुए. पुलिस के लाठीचार्ज के बावजूद आंदोलनकारी को समझाने बुझाने का प्रयास किया गया. घटना के बाद मौके पर नीमडीह थाना पुलिस, जिला पुलिस और सुरक्षाबलों के अलावा जीआरपी, आरपीएफ और दंडाधिकारी भी मौजूद हैं.
धारा 144 लागू होने के बाद भी जुटे सैकड़ों लोग: बुधवार सुबह से ही आदिवासी कुड़मी समाज के लोग बड़ी संख्या में महिला पुरुषों के साथ पूर्व घोषित कार्यक्रम को लेकर नीमड़ीह रेलवे स्टेशन ट्रैक जाम करने पहुंचे थे. इससे पूर्व चांडिल एसडीओ रंजीत लोहरा द्वारा आदेश पारित करते हुए रेलवे स्टेशन और रघुनाथपुर पटमदा सड़क मार्ग पर धारा 144 लागू की गई थी, बावजूद इसके सैकड़ों की संख्या में आंदोलनकारी मौके पर मौजूद हैं.