सरायकेला: सरायकेला वन क्षेत्र अंतर्गत महुलडीहा गांव में अपने बच्चे के साथ गांव क्षेत्र में पहुंची एक हथिनी ने अपने बच्चे की सुरक्षा के लिए वापस पलटकर ग्रामीणों को खदेड़ते हुए एक 50 वर्षीय ग्रामीण दामू सोय को कुचल डाला. जिसमें दामू की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. इसी भाग-दौड़ में गांव का ही 17 वर्षीय प्रकाश पूर्ति घायल हो गया.
मौके पर वन विभाग
घटना की सूचना मिलने के बाद वन विभाग भी रेस हुआ और मौके पर सरायकेला पुलिस ने पहुंचकर घटना का जायजा लिया. हालांकि सीमा क्षेत्र को लेकर घटनास्थल चाईबासा के मुफस्सिल थाना अंतर्गत पांड्रासाली का बताया गया. इस दौरान गोविंदपुर पंचायत की मुखिया शकुंतला महली भी घटनास्थल पर मौजूद रही.
मादा हथिनी का कहर
घटना के संबंध में प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीण बताते हैं कि महुलडीहा गांव क्षेत्र में एक मादा हथिनी अपने बच्चे के साथ पहुंचने के बाद ग्रामीणों में दहशत दिखा. जिसके बाद आसपास के 5 गांव के ग्रामीण मशाल जलाकर हथिनी को ग्राम क्षेत्र से खदेड़ने लगे. इसी क्रम में केयाड़चालम पंचायत क्षेत्र में हाथियों के पहुंचने पर ग्रामीण शिशु हाथी को पत्थर से मारना शुरू कर दिया. जिससे हथिनी वापस लौटी और ग्रामीणों को खदेड़ने लगी. जिसमें भागने के क्रम में 50 वर्षीय दामू सोय एक पेड़ से टकराकर गिर पड़ा. जिसके बाद हथिनी ने उसे कुचल दिया. घटना में मौके पर ही दामू की मौत हो गई.
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वन विभाग की ओर से दिया गया आंशिक मुआवजा
घटना की सूचना के बाद रविवार गांव पहुंचे प्रभारी वनपाल सुनील कुमार महतो, शुभम पंडा एवं श्रावंती दे ने घटना का जायजा लेते हुए मृतक दामू सोय की पत्नी नंदी सोय को विभागीय प्रावधान के अनुसार पहली किस्त के रूप में 25 हजार प्रदान किया। बताया गया कि प्रक्रिया पूरी होने के पश्चात नियमानुसार 3 लाख 75 हजार और विभाग की ओर से मृतक के परिजन को दी जाएगी। वहीं घायल हुए व्यक्ति को घायल की स्थिति की जांच के पश्चात 15 हजार तक का मुआवजा दिया जाएगा। इसके साथ ही वन विभाग द्वारा ग्रामीणों के बीच जला मोबिल, जूट के बोरे और पटाखा का वितरण किया गया। तथा ग्राम क्षेत्र में आ रहे जंगली हाथियों से अनावश्यक रूप से छेड़छाड़ नहीं करने को लेकर ग्रामीणों को जागरूक किया गया.