सरायकेला: कोरोना काल और लॉकडाउन में उद्योग धंधे काफी प्रभावित हुए हैं. बेरोजगारी भी काफी हुई है, यह समस्या केवल आदित्यपुर औधोगिक क्षेत्र तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे देश और विश्व में यह स्थिति है. इसे पुनर्स्थापित करने में वक्त लगेगा. यह बातें सोमवार को आदित्यपुर स्थित जियाडा भवन में बतौर जियाडा के क्षेत्रीय निदेशक का पदभार लेने पहुंचे सरायकेला उपायुक्त इकबाल अंसारी ने पत्रकारों से कही.
उद्यमियों से बिजली बिल का फिक्स चार्ज, आयडा की रेंट लेवी समेत अन्य राहत की मांग पर कहा कि उद्यमियों की मांग को सरकार तक पहुंचाएंगे. सरकार से जो निर्णय लिया जाएगा, उसे जियाडा अमल में लायेगी. सोमवार को जियाडा के दूसरे उपनिदेशक के रूप में बेरमो एसडीओ प्रेम रंजन ने पदभार लिया. वो निर्वतमान उपनिदेशक रंजना मिश्रा से पदभार लिया.
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जियाडा की राज्यस्तरीय बैठक बीते एक वर्षों से लंबित होने के कारण कई मामले लंबित हैं. गौरतलब है कि गत वर्ष 12 सितंबर के बाद से एक भी बैठक नहीं हुआ है, जिसकी वजह से जियाडा की नए नियम कानून, नई दरों का निर्धारण, उद्यमियों की रेंट लेवी में ब्याज लगाने के मामले समेत सैकड़ों महत्वपूर्ण निर्णय लंबित है.
एनएसआईसी भवन तोड़कर बनेगा आईटी टावर
जियाडा परिस्थित स्थित एनएसआईसी का जर्जर भवन ध्वस्त कर वहां आईटी टावर की स्थापना की जाएगी. जियाडा के उप निदेशक प्रेम रंजन ने बताया कि इसपर जानकारी ले रहे हैं, जल्द आगे इसपर निर्णय लिया जाएगा. इसके अलावा वन विभाग की 276 एकड़ जमीन की डिनोटिफिकेशन के लंबित मामले को जल्द निष्पादित करने का प्रयास होगा.