सरायकेला: चांडिल प्रखंड क्षेत्र के दलमा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी माकूलाकोचा चेक नाका में हाथिनी रजनी के जन्मदिन पर 10 पाउंड का केक रजनी से कटवाया गया. रजनी के जन्मदिन पर दलमा पश्चिमी रेंजर दिनेश चंद्रा ने बताया कि यह खुशी की बात है इससे लोगों में एक अच्छा संदेश जाता है कि जब हम अपने बच्चों का जन्म दिन मना सकते हैं तो जंगली जानवर का क्यों नहीं. लोगों में जंगली जानवरों के प्रति जागरूक करने का भी एक अवसर होता है .
वन विभाग का संदेश
रजनी के जन्मदिन को लेकर वन विभाग यह संदेश देना चाहता है कि जानवर भी पृथ्वी के लिए महत्वपूर्ण हैं और उनका भी अपना महत्व है. इसी संदेश को ध्यान में रखकर जन्मदिन मनाया जाता है. कोशिश है कि इससे दूसरे भी सीख लें और जानवरों की संरक्षा और सुरक्षा संदेश देने के लिए इसे आत्मसात करें.
कोरोना महामारी के कारण नहीं आए स्कूली बच्चे
हर साल रजनी के जन्मदिन पर आस पास के स्कूली बच्चे और ग्रामीणों के बच्चे शामिल रहते हैं. लेकिन इस साल कोरोना के कारण स्कूल बच्चे नहीं शामिल हो पाए.
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झुंड से बिछड़कर गड्ढे में फंसी मिली थी रजनी
झुंड में रहने वाली मादा हाथी रजनी हाथियों की झुंड से बिछड़कर चांडिल के पास पीलीद एक गड्ढे में फंसी मिली थी. घायलावस्था में उसे निकालकर टाटा जू लाया गया था, जहां काफी दिनों तक रजनी का इलाज हुआ. जब रजनी ठीक हो गई तो उसे दलमा वन्यप्राणी आश्रयणी माकूला कोचा लाया गया. दलमा के मकुला कोचा चेक नाका में बकायदा इस हथिनी का नामकरण रजनी के रूप में किया गया. उसी समय से रजनी का जन्मदिन धूमधाम से मनाया जा रहा है. रजनी का जन्मदिन मनाने के लिए दलमा वन आश्रयणी के कर्मचारियों के साथ ही मकुला कोचा के ग्रामीण भी शामिल थे.