सरायकेला: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की नई किस्त के हस्तांतरण के मौके पर खरसावां के ब्लॉक कार्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में पहुंचे केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था का मूल आधार खेती-किसानी है. केंद्र की मोदी सरकार लगातार किसानों के हित में निर्णय ले रही है. लेकिन कुछ लोग किसानों को फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर भ्रमित करने का कार्य कर रहे हैं. जबकि केंद्र सरकार एमएसपी में लगातार बढ़ोतरी कर रही है.
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50 सामानों पर एमएसपी तय
केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि उनके मुख्यमंत्री काल में झारक्राफ्ट के जरिए कुचाई-खरसावां के गांवों में बड़े पैमाने पर तसर सिल्क से संबंधित कार्य हो रहे थे. लेकिन अब यह पूरी तरह से ठप पड़ी हुई है. इससे गांव की महिलायें बेरोजगार हो गई है. वहीं अपने मंत्रालय का जिक्र करते हुए उन्होंने 50 सामानों पर एमएसपी तय करने की बात कही. साथ ही उन्होंने बताया कि इसको लेकर उनके मंत्रालय ने 61 करोड़ का राजस्व राज्य सरकार को दे दिया है. वैसे राज्य सरकार पर उस राजस्व में से 5 लाख भी किसानों के हित में खर्च नहीं करने का आरोप उन्होंने लगाया. केंद्रीय मंत्री ने पारंपरिक खेती से ऊपर उठकर किसानों को तकनीक आधारित खेती करने के लिए प्रेरित किया.
कृषि कानून की उपलब्धियां
देशभर में किसान आंदोलन के कारण केंद्र सरकार की हो रहे किरकिरी को देखते हुए प्रधानमंत्री सहित सभी केंद्रीय मंत्री सांसद और भाजपा शासित राज्य किसानों को नए कृषि कानून की उपलब्धियां गिना रहे हैं. कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और अन्य लोगों ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण किया. साथ ही झारखंड आंदोलनकारी नेता स्व निर्मल महतो और मदन मोहन मालवीय को भी उनकी जयंती पर याद करते हुए उनके किये गए कार्यों पर प्रकाश डाला.