पलामूः पश्चिम बंगाल के पुरूलिया और झारखंड के जमशेदपुर के इलाके में दिखा बाघ पलामू टाइगर रिजर्व का है. बाघों के फोटो के मिलान के आधार पर इस बात की पुष्टि हुई है. यह बाघ मध्य प्रदेश के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से होते हुए पलामू टाइगर रिजर्व पहुंचा था. बाद में यह बाघ पलामू टाइगर रिजर्व होते हुए पश्चिम बंगाल के पुरुलिया पहुंच गया है.
पलामू टाइगर रिजर्व में ट्रैकिंग कमरे में इस बाघ की तस्वीर कैद हुई थी. एक सप्ताह पहले पश्चिम बंगाल के पुरूलिया और जमशेदपुर के इलाके में बाघ के मूवमेंट को रिकॉर्ड किया गया था. इस दौरान बाग की तस्वीर कैद हुई थी. जिस बाघ की तस्वीर को जांच के लिए वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट देहरादून भेजा गया था. वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ने इस बात पुष्टि की दी है कि पुरुलिया और जमशेदपुर में देखा गया बाघ पलामू टाइगर रिजर्व का है.
इसको लेकर पलामू टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक प्रजेशकांत जेना ने बताया पुरुलिया और जमशेदपुर में देखा गया बाघ पीटीआर का है. इस बात का मूवमेंट हजारीबाग और गुमला के इलाके में भी रिकॉर्ड किया गया था. यही बाघ करीब 400 किलोमीटर लंबा सफर तय करते हुए पश्चिम बंगाल के इलाके में दाखिल हुआ. उन्होंने बताया है कि पूरे मामले में पुरुलिया एवं जमशेदपुर के वन विभाग के अधिकारियों ने पीटीआर से संपर्क किया है. पीटीआर की टीम पुरुलिया एवं जमशेदपुर के कर्मियों को ट्रैकिंग कैमरे लगाने के तरीके को बता रही है. वहां के अधिकारियों के बाघ को लेकर कई जानकारी साझा की गई है वहीं बाघों के मूवमेंट पर भी नजर रखी जा रही है.
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