सरायकेला: जिले के आदित्यपुर में रेलवे साइट पर काम करने वाली ठेका कंपनियों से रंगदारी और ठेकेदारी लेने के लिए कुख्यात अपराधियों ने एक बड़ा गिरोह बनाया था, जिसका पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. इस गिरोह ने बीते 4 जून को आर आई टी थाना क्षेत्र अंतर्गत रेलवे लाइन और ब्रिज निर्माण कर रहे जीपीटी इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के साइट पर गोली और बम चलाया था. पुलिस ने गिरोह के 10 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है.
आरोपियों के पास से कई सामान बरामद
गिरफ्तार आरोपियों में से इंदिरा कॉलोनी का रहने वाला कुख्यात अपराधी ओमी राव, छत्तीसगढ़ से आया शूटर सुनील तिवारी, लालेश वारले का राकेश पांडे, परमेश्वर दास जमशेदपुर के बागान एरिया का कुख्यात शशि भूषण भारती, चाईबासा का अपराधी रतन टियू, बालीपोसी का कुख्यात अपराधी हसमुद्दीन अंसारी, जय कांत पांडे और सुनील ठाकुर शामिल है. आरोपियों के पास से पुलिस ने दो पिस्तौल, एक देसी कट्टा, दो कार, मोटरसाइकिल, 13 मोबाइल और 6 सिम कार्ड बरामद किए हैं.
ठेकेदारों से मांगता था रंगदारी
एसपी मोहम्मद अर्शी ने बताया कि एसडीपीओ राकेश रंजन के नेतृत्व में टीम का गठन कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया, जिसमें पता चला कि कोल्हान के टॉप हिस्ट्रीशीटरों ने मिलकर एक गिरोह बनाया. अखिलेश सिंह गिरोह के कमजोर होने के बाद इन हिस्ट्रीशीटरों ने जिले में अपना दबदबा बनाने के लिए एक गिरोह तैयार. इस गिरोह ने पैसे की कमी होने के कारण रंगदारी वसूलने का काम शुरू कर दिया. गिरोह के सदस्यों का काम रेलवे के निर्माणाधीन साइट पर गोली और बम चलाकर ठेकेदारों को डरा धमका कर काम और रंगदारी वसूलना था, इसी कड़ी में उसने घटना को अंजाम दिया था. इस गिरोह का रेलवे के बड़े कार्य और शहर के व्यवसायियों के कार्य को बाधित कर रंगदारी लेना भी उद्देश्य था.
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छत्तीसगढ़ से मंगाए गए थे शूटर
इस गिरोह के सदस्यों ने गोली और बम चलाने के लिए छत्तीसगढ़ से शूटर मंगवाए थे, जो कि चिन्हित जगह पर गिरोह के सदस्यों के साथ गोली और बम चला कर दहशत फैलाने वाले थे. इन शूटरों का छत्तीसगढ़ में कई अपराधिक मामलों में नाम दर्ज है. गिरोह के सदस्यों ने इन शूटरों को फर्जी आई कार्ड बनवाकर फ्लैट दिलवाया था.