साहिबगंज: जिला में रबिता पहाड़िन हत्याकांड को लेकर आदिवासी समाज संगठन के लोग और भाजपा कार्यकर्ता बोरियो थाना का घेराव करने निकले हैं (Uproar after Rabita Pahadin murder). दुमका की पूर्व विधायक लुईस मरांडी के नेतृत्व में थाना का घेराव कर भाजपा कार्यकर्ता आरोपियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं, आदिवासी संगठन के लोग भी आगे आने लगे हैं. इसकी तैयारी को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से कमर कस चुकी है. थाना को सुरक्षा घेरे में रखा गया है. साहिबगंज जिला सहित पड़ोसी जिला से भी अतिरिक्त जावान की तैनाती कर दी गई है (Strong security arrangements in Sahibganj). संवेदनशील स्थलों पर विशेष रूप से तैनाती की गई है.
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बोरियो चौक पर सीएम का पुतला दहन: साहिबगंज रबिता हत्याकांड से आदिवासी मुस्लिम जुड़ चुके हैं. सड़क से लेकर सदन तक इस निर्मम हत्या को लेकर हंगामा हो रहा है. सोमवार को लुईस मरांडी के नेतृत्व में दर्जनों की संख्या में आदिवासी युवक युक्तियां और भाजपा कार्यकर्ता बोरियो में प्रदर्शन करते हुए नजर आए. इस बीच बोरियों चौक पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया गया. बताया जा रहा है कि आज सभी 9 आरोपियों को पुलिस कोर्ट में पेश करेगी. बोरियो थाना प्रभारी जगन्नाथ पान के अनुसार कुछ खास लोगों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी.
क्या है पूरा मामला: साहिबगंज के बाेरियो में 22 वर्षीय रबिता उर्फ रुबिका की हत्या कर पति और उसके घरवालों ने शव के 18 से अधिक टुकड़े किए और फिर अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया था. बोरियो थाना क्षेत्र के गोडा पहाड़ की पहाड़िया महिला रबिता पहाड़िन की निर्मम हत्या के आरोप में बोरियो बेल टोला के रहने वाले मोहम्मद मुस्तकीम अंसारी और पत्नी मरियम खातून, पुत्र दिलदार अंसारी और पत्नी गुलेरा, मुस्तकीम के दूसरे पुत्र अमीर अंसारी, महताब अंसारी, पुत्री शारेजा खातून सहित 9 लोगों की गिरफ्तार की गयी है.
दिलदार से हुई थी दूसरी शादी: जानकारी के अनुसार रुबिका पहाड़िन की पहली शादी बोरियो प्रखंड स्थित बंदर कोला के रहने वाले युवक से हुई थी. शादी के बाद युवक ने रुबिका को छोड़ दिया था. पहली शादी से रुबिका को 5 साल की बेटी भी है. दिलदार से इसकी दूसरी शादी हुई थी. वहीं दिलदार की भी यह दूसरी शादी थी. दिलदार ने अपनी पहली पत्नी को भी अपने साथ रखा था. दिलदार का पूरा परिवार, रबिता के साथ हुई उसकी शादी से खुश नहीं था. इसलिए वह उसे किराए के मकान में रखता था. रबिता की भाभी ने बताया कि सप्ताहिक हाट जाने के दौरान वह दिलदार से संपर्क में आई थी. भाभी मरियम पहाड़िन ने कहा कि आरोपियों को फांसी की सजा होनी चाहिए.
आरोपियों को भेजा गया जेल: सोमवार की देर शाम पति दिलदार अंसारी समेत दस लोगों का साहिबगंज सदर अस्पताल में स्वास्थ्य जांच की गई. उसके उपरांत जेल भेज दिया गया. जिसमें दिलदार अंसारी के अलावा मैनुल हक मोमिन, मो. महताब अंसारी, जरीना खातुन, सरेजा खातुन, गुलेरा खातुन, आमीर हुसैन, मुस्तकिम अंसारी, मरियन निशा, सहरबानो खातुन शामिल है. इस कांड का मुख्य आरोपी मामा मोईनुल अंसारी अभी भी फरार है.