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22 महीनों से नहीं मिला बाल श्रमिक शिक्षकों को वेतन, DC का किया घेराव

साहिबगंज में 22 महीनों से वेतन नहीं मिलने के कारण बाल श्रमिक स्कूल के शिक्षकों की आर्थिक स्थिति खराब है. इस मामले में शिक्षकों ने उपायुक्त का घेराव कर उन्हें अपनी समस्याएं बताई.

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Published : Jun 7, 2019, 4:59 PM IST

शिक्षकों ने किया उपायुक्त का घेराव

साहिबगंज: केंद्र सरकार द्वारा संचालित बाल श्रमिक स्कूल के शिक्षकों की स्थिति काफी दयनीय हो गई है. पिछले 22 महीनों से वेतन नहीं मिलने से इनकी आर्थिक स्थिति काफी खराब है. भूखे मरने के कगार पर पहुंच चुके शिक्षकों ने उपायुक्त का घेराव कर उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया.

देखें पूरी खबर

शिक्षकों का कहना है साहिबगंज श्रम अधीक्षक के लापरवाही की वजह से यहां का फंड नहीं आ रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि स्थिति ऐसी आ गई है, कि घर के गहने बेचकर परिवार चला रहे है. बच्चों की आवश्यकता को वो पूरे नहीं कर पा रहे.

ये भी पढ़ें-ईटीवी भारत ने दुमका में की ग्रामीण जलापूर्ति योजनाओं की पड़ताल, 2 वाटर प्लांट मिले खराब

वहीं, श्रम अधीक्षक का कहना है कि केंद्र सरकार से ही एलॉटमेंट नहीं आ रहा. उन्होंने कहा कि जिले में कुल 46 बाल श्रमिक विद्यालय हैं, जिसमें 150 शिक्षक है. इन्हें भुगतान नहीं मिलने से परेशानी होती होगी. इसके साथ ही कहा कि पिछले कुछ महीनों से केंद्र सरकार द्वारा आवंटन नहीं मिल रहा, इसके लिए लगातार पत्राचार किया जा रहा है. जैसे ही आवंटन आएगा, इन्हें मिल जाएगा.

साहिबगंज: केंद्र सरकार द्वारा संचालित बाल श्रमिक स्कूल के शिक्षकों की स्थिति काफी दयनीय हो गई है. पिछले 22 महीनों से वेतन नहीं मिलने से इनकी आर्थिक स्थिति काफी खराब है. भूखे मरने के कगार पर पहुंच चुके शिक्षकों ने उपायुक्त का घेराव कर उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया.

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शिक्षकों का कहना है साहिबगंज श्रम अधीक्षक के लापरवाही की वजह से यहां का फंड नहीं आ रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि स्थिति ऐसी आ गई है, कि घर के गहने बेचकर परिवार चला रहे है. बच्चों की आवश्यकता को वो पूरे नहीं कर पा रहे.

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वहीं, श्रम अधीक्षक का कहना है कि केंद्र सरकार से ही एलॉटमेंट नहीं आ रहा. उन्होंने कहा कि जिले में कुल 46 बाल श्रमिक विद्यालय हैं, जिसमें 150 शिक्षक है. इन्हें भुगतान नहीं मिलने से परेशानी होती होगी. इसके साथ ही कहा कि पिछले कुछ महीनों से केंद्र सरकार द्वारा आवंटन नहीं मिल रहा, इसके लिए लगातार पत्राचार किया जा रहा है. जैसे ही आवंटन आएगा, इन्हें मिल जाएगा.

Intro:बाईस महीने से बाल श्रमिक टीचर को वेतन नही मिलने पर डीसी का किया घेराव। कहा साहब भूखो मरने के कगार पर पहुचे गए है। दया दृष्टि किया जाय।
स्टोरी-साहिबगंज- केंद्र सरकार द्वारा संचालित बाल श्रमिक स्कूल के शिक्षक की स्थिति काफी दयनीय हो गयी है। बिगत 22 महीनों से वेतन नही मिलने से इनकी आर्थिक स्थिति काफी दयनीय हो गयी है। भूखो मरने के कगार पर पहुँच चुका है जब इन शिक्षकों को बर्दाश्त नही हुआ तो आज उपायुक्त को घेराव किया और अपनी दुख भरी समस्याओ से अवगत कराया। कहा साहब अब बर्दास्त नही होता, सड़क पर आ चुके है। कुछ कीजिये
शिक्षक का कहना है साहिबगंज श्रम अधीक्षक के लापरवाही की वजह से साहिबगंज का फण्ड नही आ रहा है। बगल के पाकुड़ में ठीक से चल रहा है फण्ड भी आ रहा है। टीचर को नियमित रूप से वेतन मिलता है लेकिन सहिबगज में स्थिति खराब क्यो है।
शिक्षकों का कहना है कि स्थिति ऐसी आ गई है की घर का गहना बैंकों में रखकर परिवार चला रहे हैं स्थिति ऐसी आन पड़ी है की गहना भी बिक जाएगा और भीख मांगने की नौबत आ जाएगी। छोटे छोटे बच्चों की आवश्यकता की पूर्ति नही कर पाते है। स्थिति बत से बत्तर हो गयी है।
बाइट--टीचर ,1,2,3
वही श्रम अधीक्षक का कहना है कि केंद्र सरकार से ही एलॉटमेंट नहीं आ रहा तो हम कहां से देंगे ।जिले में कूल 46 बाल श्रमिक विद्यालय हैं जिसमें 150 शिक्षक है इन लोगों का भुगतान नहीं मिलने से परेशानी होता होगा लेकिन विगत कुछ महीनों से केंद्र सरकार द्वारा आवंटन नहीं मिल रहा इसके लिए लगातार पत्राचार किया जा रहा है जैसे ही आवंटन आएगा इन्हें मिल जाएगा।
बाइट-- नरेंद्र कुमार, श्रम अधीक्षक,साहिबगंज



Body:बाईस महीने से बाल श्रमिक टीचर को वेतन नही मिलने पर डीसी का किया घेराव। कहा साहब भूखो मरने के कगार पर पहुचे गए है। दया दृष्टि किया जाय।
स्टोरी-साहिबगंज- केंद्र सरकार द्वारा संचालित बाल श्रमिक स्कूल के शिक्षक की स्थिति काफी दयनीय हो गयी है। बिगत 22 महीनों से वेतन नही मिलने से इनकी आर्थिक स्थिति काफी दयनीय हो गयी है। भूखो मरने के कगार पर पहुँच चुका है जब इन शिक्षकों को बर्दाश्त नही हुआ तो आज उपायुक्त को घेराव किया और अपनी दुख भरी समस्याओ से अवगत कराया। कहा साहब अब बर्दास्त नही होता, सड़क पर आ चुके है। कुछ कीजिये
शिक्षक का कहना है साहिबगंज श्रम अधीक्षक के लापरवाही की वजह से साहिबगंज का फण्ड नही आ रहा है। बगल के पाकुड़ में ठीक से चल रहा है फण्ड भी आ रहा है। टीचर को नियमित रूप से वेतन मिलता है लेकिन सहिबगज में स्थिति खराब क्यो है।
शिक्षकों का कहना है कि स्थिति ऐसी आ गई है की घर का गहना बैंकों में रखकर परिवार चला रहे हैं स्थिति ऐसी आन पड़ी है की गहना भी बिक जाएगा और भीख मांगने की नौबत आ जाएगी। छोटे छोटे बच्चों की आवश्यकता की पूर्ति नही कर पाते है। स्थिति बत से बत्तर हो गयी है।
बाइट--टीचर ,1,2,3
वही श्रम अधीक्षक का कहना है कि केंद्र सरकार से ही एलॉटमेंट नहीं आ रहा तो हम कहां से देंगे ।जिले में कूल 46 बाल श्रमिक विद्यालय हैं जिसमें 150 शिक्षक है इन लोगों का भुगतान नहीं मिलने से परेशानी होता होगा लेकिन विगत कुछ महीनों से केंद्र सरकार द्वारा आवंटन नहीं मिल रहा इसके लिए लगातार पत्राचार किया जा रहा है जैसे ही आवंटन आएगा इन्हें मिल जाएगा।
बाइट-- नरेंद्र कुमार, श्रम अधीक्षक,साहिबगंज



Conclusion:सुदुग्क्सजसवी
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