साहिबगंजः पलामू के नवा बाजार थाने (Nava Bazar Police Station of Palamu) के पूर्व दारोगा लालजी यादव की संदिग्ध मौत हुई. मामले की वरीय पदाधिकारी जांच-पड़ताल कर रहे हैं. लेकिन दिवंगत दारोगा के परिजनों को जीवन यापन में कोई परेशानी नहीं हो. इसको लेकर सरकारी नियमानुसार आश्रित को शीघ्र नौकरी दी जाएगी.
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उपायुक्त रामनिवास यादव ने कहा कि दारोगा की संदिग्ध मौत दुखद घटना है. भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और परिवार को दुख सहन करने की शक्ति दें. उन्होंने कहा कि दारोगा लालजी यादव के आश्रित को जल्द ही शैक्षणिक योग्यता के अनुसार सरकारी नौकरी दी जाएगी. उन्होंने कहा कि मृत्यु प्रमाण पत्र और अन्य कागजात मिलने के बाद ही नौकरी देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. उन्होंने कहा कि घटना के कारणों की छानबीन चल रही है और चलती रहेगी. लेकिन हमारे जिला के दारोगा की मृत्यु हुई है. इसलिए उनके परिवार को तत्काल सरकारी लाभ मिलना चाहिए.
दारोगा लालजी यादव के छोटे भाई संजीव यादव ने कहा कि अभी क्रिया-कर्म चल रहा है. उन्होंने कहा कि कर्मकांड खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिलकर अपनी बातों को रखेंगे. उन्होंने कहा कि मेरा भाई वैसा नहीं था, जैसा पलामू पुलिस प्रशासन की ओर से पेश किया जा रहा है. भाई को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया. होमगार्ड के नौकरी करने के बाद दारोगा की नौकरी पाई थी. गरीबी की मुशिबत झेला है. इसलिए वह आत्महत्या नहीं कर सकता है.
बता दें कि 10 जनवरी को पलामू के नवा बाजार थाना में संदेहास्पद परिस्थिति में दारोगा लालजी यादव की मौत हो गई थी. इस घटना की रांची से लेकर साहिबगंज तक सीबीआई जांच की मांग की जा रही है. इस मांग को लेकर लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की जा रही है. पलामू एसपी, एसडीपीओ और डीटीओ के खिलाफ कार्रवाई करने की भी मांग की जा रही है. वहीं दारोगा की पत्नी की ओर से जिरवाबाड़ी थाना में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई है.