रांची: शुक्रवार की आधी रात डोरंडा इलाके में हुई फायरिंग में शामिल दो आरोपियों को पुलिस ने धर दबोचा है. गोलीबारी में हिंदीपीढ़ी इलाके का अपराधी अमजद गिद्दी घायल हो गया था. भाई की हत्या का बदला पूरा करने के लिए ही आरोपियों ने अमजद को गोली मारी है. आरोपियों ने अमजद की हत्या की योजना बनाई थी.
शमीम - छोटू गिरफ्तार
हिंदपीढ़ी निवासी अमजद गद्दी को गोली मारकर घायल करने के मामले में डोरंडा पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अभियुक्तों में मो. शमीम और छोटू शामिल है. दोनो आरोपी डोरंडा ग्वाला टोली के रहने वाले है. वहीं एक अन्य अभियुक्त सन्नी नेपाली पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. दोनो आरोपियों से हुई पूछताछ में पुलिस को यह जानकारी मिली है कि अपने भाई की हत्या का बदला पूरा करने के लिए ही आरोपियों ने अमजद को गोली मारी है. इसके लिए आरोपियों ने सात महीने पहले अमजद की हत्या की योजना बनाई थी. पुलिस के अनुसार आरोपी नेपाली की तलाश शुरू कर दी गई है. रविवार को उसके संबंधित ठिकानों पर पुलिस की टीम ने छापेमारी भी की गई. हालांकि आरोपी फरार मिला. इधर, अमजद गद्दी के बयान पर पुलिस ने उक्त आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है.
बहाने से नेपाली ने बुलाया था अमजद को
पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को यह जानकारी दी कि अमजद गद्दी ने आठ साल पहले उसके भाई राजू गद्दी की पत्थर से कूचकर हत्या कर दी थी. उसी समय उन्होंने अमजद की हत्या करने की ठान ली थी. इसके लिए सात महीना पहले अमजद की हत्या की प्लानिंग तैयार की गई थी. इसी मकसद से शनिवार की रात आरोपी सन्नी नेपाली के जरीए उसे डोरंडा कुम्हार टोली बुलाया गया था. जैसे ही वह पहुंचा शमीम, छोटू और नेपाली उस पर टूट पड़े. रड से सिर पर मारा. चेहरे पर चाकू से वार किया. भागने के क्रम में उसे दो गोली दागी गई. एक गोली उसके पेट में लगी और दूसरी पैर को छिलते हुए निकल गई. उसके बाद वह बुलेट से घायल अवस्था में ही भाग निकला और सीधे अंजुमन अस्पताल पहुंचा, जहां से उसे रिम्स रेफर कर दिया गया. बताया जा रहा है कि अब तक पेट में लगी गोली फंसी हुई है.
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पत्थर से कूचकर की थी हत्या
डोरंडा ग्वालाटोली निवासी राजू गद्दी की पत्थर से कूचकर 2012 में हत्या कर दी गई थी. डोरंडा के ऐनुल लॉज में अमजद ने इस घटना को अंजाम दिया था. जानकारी के अनुसाम अमजद राजू की प्रेमिका के साथ शारीरिक संबंध बनाना चाह रहा था. विरोध करने पर ही अमजद ने प्रेमिका के सामने उसकी हत्या कर दी थी. मामले में डोरंडा पुलिस ने अमजद को गिरफ्तार कर जेल भेजा था.
छह माह पहले जेल से छूटा था
जानकारी के अनुसार अमजद हत्या के मामले में सात साल तक जेल में था. छह महीने पहले वह जेल से बाहर निकला था. उसके बाद से वह हिंदपीढ़ी इलाके में अपना वर्चस्व कायम करने के लिए मारपीट और छिनतई की कई घटनाओं को अंजाम दिया था. उसे नशे की भी लत थी.