रांची: राजधानी रांची में एचईसी को बचाने के लिए सभी राजनीतिक और सामाजिक संगठन एकजुट होते दिख रहे हैं. इसको लेकर गुरुवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय और खिजरी के कांग्रेसी विधायक राजेश कश्यप के नेतृत्व में मजदूरों और अन्य विपक्षी पार्टियों के नेताओं के साथ वार्ता हुई. इसमें गैर भाजपाई सांसदों से मदद मांगने और रांची के साथ-साथ दिल्ली में भी बैठे अधिकारियों से बात करने का निर्णय लिया गया.
बता दें कि एचईसीकर्मियों को सात माह से वेतन नहीं मिला है. इसको लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय की मौजूदगी में बैठक हुई. इसमें तमाम नेताओं ने कहा कि 10 जनवरी को मुख्यालय का घेराव किया जाएगा, उसके बाद सभी गैर भाजपाई और वामपंथी दलों के सांसदों से आह्वान किया जाएगा कि एक प्रतिनिधिमंडल बनाकर एचईसी को बचाने के लिए दिल्ली में प्रधानमंत्री और उद्योग मंत्री से मिलकर इस पर वार्ता करें.
बैठक का नेतृत्व कर रहे सुबोध कांत सहाय ने कहा कि दिल्ली में कैबिनेट सचिव से एचईसी को बचाने के संबंध में वार्ता की जाएगी. उन्होंने राजधानी रांची सहित पूरे राज्य के लोगों के बीच जन जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया. साथ ही एचईसी को बचाने के लिए सभी से आगे आने की अपील की.
बैठक में ये रहे मौजूद
बता दें कि एचईसी के मजदूर पिछले 30 दिनों से टूल डाउन स्ट्राइक पर हैं, क्योंकि उन्हें पिछले 8 महीने से वेतन का भुगतान नहीं किया गया है. इसको लेकर हुई बैठक में कांग्रेस नेता सुबोध कांत सहाय राजेश कश्यप के अलावा वाम दल के नेता केडी सिंह, बी केवट, सुशांत मुखर्जी,राजद नेता राजेश यादव,समाजसेवी दयामणि बरला,सुंदरी तिर्की इंद्रजीत सिंह,एचईसी यूनियन के नेता दिलीप सिंह सहित कई लोग मौजूद रहे.