रांची: झारखंड में कोरोना महामारी का प्रकोप एक बार फिर से बढ़ने लगा है. राज्य में लगातार कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. उसके बावजूद लोग सतर्क नहीं हो रहे हैं. रांची के संत पॉल कॉलेज के तीन प्रोफेसर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं, लेकिन लोग फिर भी लापरवाही बरत रहे हैं.
इसे भी पढे़ं: झारखंड में कोरोना विस्फोट, 24 घंटे में मिले 418 संक्रमित, रांची में रिकॉर्ड 262 मरीज, 3 की मौत
बच्चों का पठन-पाठन बाधित ना हो इसे देखते हुए आठवीं से लेकर बारहवीं तक के क्लास संचालित हो रहे हैं. वहीं कोरोना गाइडलाइन के तहत विश्वविद्यालय और कॉलेज भी खोल दिए गए हैं. कॉलेजों में पठन-पाठन संचालित हो रहे हैं. प्रैक्टिकल और विभिन्न गतिविधियों को लेकर कॉलेज में विद्यार्थी आ रहे हैं, लेकिन लाख दावा करने के बावजूद इन कॉलेज कैंपसों में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रखा जा रहा है. रांची के संत पॉल कॉलेज के तीन प्रोफेसर कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इसके बावजूद कॉलेज कैंपस में विद्यार्थियों की गतिविधियां तेज होते जा रही है. कॉलेज प्रबंधन की ओर से कोई सुरक्षात्मक कदम नहीं उठाए जा रहे हैं और ना ही इस और प्रशासन का ही ध्यान है. ऐसे में स्थिति भयावह हो सकती है.
कॉलेज परिसर में कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन
ईटीवी भारत की टीम ने जब कोरोना के गाइडलाइन का कॉलेज परिसर में पालन नहीं होने को लेकर कॉलेज प्रबंधन से भी बात की, तो उन्होंने कहा की होली के दिन सेनेटाइजेशन करवाया गया है, उसके बाद कॉलेज में गतिविधियां संचालित हो रही है.