रांचीः राजधानी में नकली शराब का कारोबार जोर-शोर से जारी है. स्थिति यह है कि शराब माफिया किराए का मकान लेकर उसी में नकली शराब को महंगे ब्रांड के बोतलों में भरने के लिए बॉटलिंग प्लांट तक लगा ले रहे हैं. उत्पाद विभाग के छापे में एक ऐसे ही बॉटलिंग प्लांट का खुलासा हुआ है. मामले में कारवाई करते हुए उत्पाद विभाग ने 150 पेटी से ज्यादा नकली शराब बरामद करते हुए तीन को गिरफ्तार भी किया है.
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बॉटलिंग प्लांट में नकली को बनाया जा रहा था असलीः उत्पाद विभाग को यह जानकारी मिली थी कि अरुणाचल प्रदेश और पंजाब जैसे राज्यो से बड़े पैमाने पर नकली शराब की खेप मंगवा उसकी रांची में महंगे ब्रांड की शराब की बोतलों में बॉटलिंग की जा रही है. जानकारी मिलने पर उत्पाद विभाग की टीम ने रांची के ओरमांझी और सिकिदरी इलाके में एक साथ रेड किया. इस रेड में सिकदरी में एक घर में चल रहे बॉटलिंग प्लांट का खुलासा किया गया. प्लांट से भारी मात्रा में शराब के रैपर, बोतल और सील करने वाले नकली ढक्कन बरामद किए गए. मौके से पुलिस ने 150 पेटी नकली शराब जब्त किया है. जिस मकान में बॉटलिंग प्लांट चल रहा था, उसके मकान मालिक सहित तीन को गिरफ्तार किया गया है.
कार की सीट काट बना रखा था तहखानाः गिरफ्तार आरोपियों के पास से एक महंगी कार और एक पिकअप वैन बरामद किया गया है. शराब की तस्करी के लिए तस्करों ने महंगे कार के पिछले सीट को तहखाने के रूप में तब्दील कर दिया था, उसी में नकली शराब को रखकर उसकी तस्करी की जाती थी. उत्पाद विभाग के सहायक आयुक्त अरुण कुमार मिश्रा ने बताया नकली शराब की बिक्री के वजह से राजस्व को भारी नुकसान पहुच रहा है, वहीं लोगों को खराब शराब भी खरीदना पड़ रहा है. सटीक सूचना पर कार्रवाई करते हुए उत्पाद विभाग की टीम ने जिस घर में बॉटलिंग प्लांट चल रहा था उसके मकान मालिक सूरज रजवार, प्रवीण कुमार महतो और धर्मेंद्र पासवान को गिरफ्तार किया है. नकली शराब की बॉटलिंग में मकान मालिक भी पूरी मदद कर रहा था. बरामद कार
मुजफ्फरपुर के रहने वाले एक व्यक्ति की है. वहीं जो पिकअप वैन बरामद किया गया है वह चोरी का बताया जा रहा है.