रांची: वेतनमान की मांग को लेकर टेट पास पारा शिक्षकों का आंदोलन आज से शुरू हो गया है. मानसून सत्र के दौरान झारखंड विधानसभा के समक्ष अनशन पर बैठे टेट पास पारा शिक्षकों ने एक बार फिर सरकार पर ठगने का आरोप लगाते हुए आने वाले समय में आंदोलन तेज करने की धमकी दी है.
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झारखंड राज्य टेट सहायक अध्यापक समन्वय समिति के बैनर तले आज से शुरू हुए इस आंदोलन के पहले दिन पलामू प्रमंडल के सभी टेट पास सहायक अध्यापकों ने भाग लिया. इस दौरान टेट पास सहायक अध्यापक संघ के प्रदेश संरक्षक प्रमोद कुमार ने हाल ही में जेएसएससी द्वारा निकाले गए 26,000 सहायक आचार्य के विज्ञापन में बड़े पैमाने पर त्रुटि होने का आरोप लगाते हुए इसे पारा शिक्षकों के साथ धोखाधड़ी बताया.
14 दिसंबर 2021 की वार्ता को भूल गई सरकार: पारा शिक्षकों की मांगों को लेकर तत्कालीन शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की पहल पर पारा शिक्षक संघ के साथ वार्ता हुई थी जिसमें उन्हें 3 महीने के अंदर वेतनमान देने पर विचार करने के लिए एक कमेटी गठित करने का आश्वासन दिया गया था. आंदोलन कर रहे पारा शिक्षकों का कहना है कि इस वार्ता के बाद सरकार ने वाहवाही तो खूब लूटी मगर टेट पास पारा शिक्षकों को भूल गई.
टेट पास महिला पारा शिक्षक के प्रदेश अध्यक्ष मीना कुमारी ने नाराजगी जताते हुए कहा कि मांगों को रखने के लिए मुख्यमंत्री से कई बार मिलने की कोशिश की गई, लेकिन पारा शिक्षकों को समय नहीं दिया गया. अंत में आंदोलन करने को विवश यह पारा शिक्षक सरकार से आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं. जिस वोट के बल पर वर्तमान सरकार बनी आज उसी पारा शिक्षक को यह सरकार भूल गई है.
बहरहाल अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलन पर उतरे टेट पास पारा शिक्षकों ने मानसून सत्र के दौरान 4 अगस्त तक प्रमंडल वार अनशन करने की घोषणा की है, जिसके तहत पहले दिन पलामू प्रमंडल से इसकी शुरुआत की गई है. कल यानी 1 अगस्त को संथाल परगना के सभी टेट पास सहायक अध्यापकों का जुटान होगा.