रांची: कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सरकार ने शारीरिक दूरी बनाने और मास्क का उपयोग करने के निर्देश दिए हैं. करीब तीन महीने लॉकडाउन के दौरान तो लोगों ने इन नियमों का पालन बखूबी किया, लेकिन अब लोगों ने इसे दरकिनार करना शुरू कर दिया है. सरकार के द्वारा लॉकडाउन में जैसे कुछ रियायती होते ही पूरा बाजार खोला गया, लोग लापरवाही के साथ घरों से निकलने लगे. जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में ही सबसे ज्यादा मरीज कोरोना पॉजीटिव निकले हैं. इसके बाद भी लोग लापरवाही कर रहे हैं.
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लोगों ने मुंह पर मास्क लगाना तो जैसे बंद ही कर दिया. इस ओर पुलिस के द्वारा भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जबकि लॉकडाउन के दौरान पुलिस की सख्ती से ही लोगों ने सभी नियमों को बखूबी माना था. लोग यहां वहां थूक रहे हैं, जबकि प्रशासन ने जुर्माने के निर्देश दिए हैं. स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि सभी लोगों को इस महामारी को गंभीरता से लेना चाहिए. अभी यह बीमारी और ज्यादा फैल रही है और लोग लगातार मौत के मुंह में समाते जा रहे हैं, जबकि सरकार द्वारा लगातार लोगों को शारीरिक दूरी का पालन करने के साथ-साथ मास्क लगाने की अपील की जा रही है. बावजूद लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, ऐसे में संक्रमण से बचाव संभव नहीं लगता है.
रांची में कोरोना वायरस केस
बता दें कि रांची में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 5209 पहुंच गई है. वहीं, रांची में 2614 लोग कोरोना वायरस से ठीक होकर अपने घर पहुंच गए हैं. 43 लोगों की अब तक कोरोना से मौत हो गई है. रांची में एक्टिव मरीजों की संख्या 2595 है.