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हिंदीपीढ़ी में दूसरे दिन भी बवाल, सीआरपीएफ और पुलिस के जवानों को बनाया गया निशाना

रांची के हिंदपीढ़ी इलाके में छोटे से बात से शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. 12 घंटे के भीतर दूसरी बार उपद्रव किया गया. रविवार को भी भीड़ की ओर से सीआरपीएफ और पुलिस के जवानों को निशाना बनाया गया.

second day outrage in hindpidhi at ranchi
हिंदपीढ़ी में तैनात पुलिस
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Published : May 17, 2020, 10:28 PM IST

रांची: राजधानी के कोरोना हॉटस्पॉट हिंदपीढ़ी में एक छोटी सी घटना से शुरू हुआ विवाद दूसरे दिन भी नहीं थमा. 12 घंटे के भीतर दूसरी बार उपद्रव किया गया. रविवार को भी भीड़ की ओर से सीआरपीएफ और पुलिस के जवानों को निशाना बनाया गया.

रविवार को भी हुआ सीआरपीएफ और पुलिस पर हमला

रविवार को हिंदपीढ़ी के मोती मस्जिद के पास सीआरपीएफ जवानों पर पथराव करते हुए उन्हें खदेड़ दिया. हिंदपीढ़ी थाने की जीप में तोड़फोड़ की गई. जबकि कोतवाली डीएसपी अजीत कुमार विमल और हिंदपीढ़ी थानेदार ज्ञान रंजन सिंह को भीड़ ने निशाना बनाया. दोनों अधिकारियों को पीटा गया. इस बीच जमकर पथराव किया. इससे सीआरपीएफ जवानों को वहां से हटना पड़ा. इस दौरान पुलिस की ओर से भी बल प्रयोग करना पड़ा. इस घटना में दोनों ओर से करीब एक दर्जन मामूली रूप से चोटिल भी हुए. उपद्रवियों ने महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों पर लाठीचार्ज का आरोप लगा सीआरपीएफ पर पथराव शुरू कर दी थी. इस दौरान 300 से 400 के करीब भीड़ सड़क पर उतर कर पथराव कर रही थी. पूरे एक घंटे तक मोती मस्जिद मोहल्ला रणक्षेत्र बना रहा. सीआरपीएफ के हटने के बाद ही जिला पुलिस ने स्थिति को संभाला.

और पढ़ेेंं- रांची के हिंदपीढ़ी में बवाल, पुलिस ने किया लाठीचार्ज और छोड़े आंसू गैस के गोले

हिंदपीढ़ी थानेदार और डीएसपी को भीड़ से निकाला गया

स्थानीय लोगों के अनुसार लोग सीआरपीएफ की लाठीचार्ज के भीड़ उग्र हो गई थी. अचानक निकली भीड़ ने तांडव मचाना शुरू कर दिया था, सभी के हाथ में ईंट और पत्थर थे. सीआरपीएफ जवानों के खदेड़े जाने के बाद जिला पुलिस को भी निशाना बनाया गया, हालांकि कुछ युवक आगे आए और हिंदपीढ़ी थानेदार और कोतवाली डीएसपी को भीड़ से बचाकर निकाला. बचाने वाले युवक भी चोटिल हुए हैं. जबकि डीएसपी अजीत कुमार विमल के केहूनी, अंगूली और पीठ में चोट लगी है. उन्हें दो दिन का बेड रेस्ट दिया गया है. हिंदपीढ़ी थानेदार कोबरा वर्दी पहने थे, इसलिए उनपर भीड़ टुट पड़ी थी.

प्रभावित इलाकों से हटाकर बाहरी छोर पर लगाए गए सीआरपीएफ

हिंदपीढ़ी में उपद्रव के मद्​देनजर थर्ड स्ट्रीट और मोती मस्जिद मोहल्ले से फिलहाल सीआरपीएफ को हटा दिया गया है. सीआरपीएफ फिलहाल बाहरी छोर पर सुरक्षा का कमान संभाल रहे हैं, जबकि भीतर के गली मोहल्लों में जिला बल की तैनाती बढ़ा दी गई है. पुलिस के अधिकारी लगातार कैंप कर रहे हैं. डीआइजी अखिलेश कुमार झा, एसएसपी अनीश गुप्ता, ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग, सिटी एसपी सौरभ सहित अन्य अधिकारी लगातार भ्रमणशील रहे. पूरे दिन स्थिति का जायजा लेते रहे. रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि पुलिसकर्मियों पर जिन लोगों ने हमला किया है उन्हें चिन्हित किया जा रहा है और उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. इस पथराव में कई जवानों को चोटें लगी हैं, जिनका इलाज चल रहा है.

रांची: राजधानी के कोरोना हॉटस्पॉट हिंदपीढ़ी में एक छोटी सी घटना से शुरू हुआ विवाद दूसरे दिन भी नहीं थमा. 12 घंटे के भीतर दूसरी बार उपद्रव किया गया. रविवार को भी भीड़ की ओर से सीआरपीएफ और पुलिस के जवानों को निशाना बनाया गया.

रविवार को भी हुआ सीआरपीएफ और पुलिस पर हमला

रविवार को हिंदपीढ़ी के मोती मस्जिद के पास सीआरपीएफ जवानों पर पथराव करते हुए उन्हें खदेड़ दिया. हिंदपीढ़ी थाने की जीप में तोड़फोड़ की गई. जबकि कोतवाली डीएसपी अजीत कुमार विमल और हिंदपीढ़ी थानेदार ज्ञान रंजन सिंह को भीड़ ने निशाना बनाया. दोनों अधिकारियों को पीटा गया. इस बीच जमकर पथराव किया. इससे सीआरपीएफ जवानों को वहां से हटना पड़ा. इस दौरान पुलिस की ओर से भी बल प्रयोग करना पड़ा. इस घटना में दोनों ओर से करीब एक दर्जन मामूली रूप से चोटिल भी हुए. उपद्रवियों ने महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों पर लाठीचार्ज का आरोप लगा सीआरपीएफ पर पथराव शुरू कर दी थी. इस दौरान 300 से 400 के करीब भीड़ सड़क पर उतर कर पथराव कर रही थी. पूरे एक घंटे तक मोती मस्जिद मोहल्ला रणक्षेत्र बना रहा. सीआरपीएफ के हटने के बाद ही जिला पुलिस ने स्थिति को संभाला.

और पढ़ेेंं- रांची के हिंदपीढ़ी में बवाल, पुलिस ने किया लाठीचार्ज और छोड़े आंसू गैस के गोले

हिंदपीढ़ी थानेदार और डीएसपी को भीड़ से निकाला गया

स्थानीय लोगों के अनुसार लोग सीआरपीएफ की लाठीचार्ज के भीड़ उग्र हो गई थी. अचानक निकली भीड़ ने तांडव मचाना शुरू कर दिया था, सभी के हाथ में ईंट और पत्थर थे. सीआरपीएफ जवानों के खदेड़े जाने के बाद जिला पुलिस को भी निशाना बनाया गया, हालांकि कुछ युवक आगे आए और हिंदपीढ़ी थानेदार और कोतवाली डीएसपी को भीड़ से बचाकर निकाला. बचाने वाले युवक भी चोटिल हुए हैं. जबकि डीएसपी अजीत कुमार विमल के केहूनी, अंगूली और पीठ में चोट लगी है. उन्हें दो दिन का बेड रेस्ट दिया गया है. हिंदपीढ़ी थानेदार कोबरा वर्दी पहने थे, इसलिए उनपर भीड़ टुट पड़ी थी.

प्रभावित इलाकों से हटाकर बाहरी छोर पर लगाए गए सीआरपीएफ

हिंदपीढ़ी में उपद्रव के मद्​देनजर थर्ड स्ट्रीट और मोती मस्जिद मोहल्ले से फिलहाल सीआरपीएफ को हटा दिया गया है. सीआरपीएफ फिलहाल बाहरी छोर पर सुरक्षा का कमान संभाल रहे हैं, जबकि भीतर के गली मोहल्लों में जिला बल की तैनाती बढ़ा दी गई है. पुलिस के अधिकारी लगातार कैंप कर रहे हैं. डीआइजी अखिलेश कुमार झा, एसएसपी अनीश गुप्ता, ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग, सिटी एसपी सौरभ सहित अन्य अधिकारी लगातार भ्रमणशील रहे. पूरे दिन स्थिति का जायजा लेते रहे. रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि पुलिसकर्मियों पर जिन लोगों ने हमला किया है उन्हें चिन्हित किया जा रहा है और उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा. इस पथराव में कई जवानों को चोटें लगी हैं, जिनका इलाज चल रहा है.

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