साहिबगंजः थानेदार रूपा तिर्की मौत मामले की जांच के लिए मंगलवार को 59 दिन बाद एक बार फिर सीबीआई की टीम साहिबगंज ( CBI team in Sahibganj) पहुंच गई है. रूपा तिर्की डेथ केस (Rupa tirkey death case) के खुलासे के लिए सीबीआई की टीम और होमवर्क कर साहिबगंज लौटी है. इस मामले को लेकर मंगलवार को इंस्पेक्टर अंशु सहित पूरी टीम सर्किट हाउस पहुंचकर अपने काम में जुटे रहे.
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प्राप्त जानकारी के अनुसार सीबीआई की टीम 59 दिनों के बाद अपनी प्रोग्रेस रिपोर्ट पर CBI पटना कार्यालय के सीनियर पदाधिकारी से मंथन करने के बाद साहिबगंज लौटी है और जांच में मिले तथ्यों के विश्लेषण में डुटी है. संभावना जताई जा रहा है कि सीबीआई की टीम इस बार केस का उद्भेदन कर रिपोर्ट अपने सीनियर पदाधिकारी और झारखंड हाईकोर्ट को सुपुर्द कर देगी.
इधर, सीबीआई की टीम की खबर को सुनते ही एक बार फिर से शहर में अटकलों का बाजार गर्म हो चुका है, शहर में महिला थानेदार की मौत का मामला चर्चा का विषय बना हुआ है. चर्चा है कि दिवंगत रूपा तिर्की को इंसाफ दिलाने में सीबीआई टीम सफल होगी या नहीं. लोगों का कहना की हत्या या आत्महत्या का खुलासा जल्द से जल्द होना चाहिए. दोषियों पर कार्रवाई जरूर होनी चाहिए.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, रूपा तिर्की रांची के रातू थाना अंतर्गत काठीटांड की रहने वाली थी. वह 2018 बैच के अवर निरीक्षक के रूप में बहाल हुई थी. अभी रूपा की शादी नहीं हुई थी. रांची के रातू की रहने वाली रूपा तिर्की साहिबगंज में महिला थाना प्रभारी के रूप में पोस्टेड थी, जिसकी 3 मई को संदेहास्पद परिस्थिति में अपने ही क्वार्टर में मौत हो गई थी.
पुलिस ने मौत की वजह प्रेम प्रसंग के कारण खुदकुशी कही, जबकि उसके घर वालों के मुताबिक उनकी बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती. इस केस में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के जुड़ाव की बातें भी उछलीं. इधर परिजनों ने भी पुलिस जांच से नाराजगी जाहिर करते हुए सरकार से सीबीआई जांच की मांग की है.