रांची: राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने के मामले में रांची विश्वविद्यालय (Ranchi University) झारखंड के सभी विश्वविद्यालयों के समक्ष लीडर की भूमिका में है क्योंकि इसी सत्र से आरयू नई शिक्षा नीति (NEP-New Education Policy) लागू कर रही है. 3 अगस्त से नई शिक्षा नीति के तहत नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी. इस तरह से रांची विश्वविद्यालय झारखंड में नई शिक्षा नीति के तहत एडमिशन लेने वाला पहला विश्वविद्यालय बन जाएगा.
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आरयू बुधवार से ओपन कर रही है चांसलर पोर्टल: 19 अंगीभूत कॉलेजों के साथ-साथ कई संबद्धता प्राप्त कॉलेजों में चांसलर पोर्टल के जरिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो रही है. रांची विश्वविद्यालय ने बुधवार से चांसलर पोर्टल ओपन करने का निर्णय लिया है. विद्यार्थियों के लिए इसे लेकर नोटिस भी जारी किया गया है. सब्जेक्ट मैपिंग के जरिये ही नई शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालय नामांकन लेगी.
एनईपी से आएगा क्रांतिकारी बदलाव: नई शिक्षा नीति के तहत पढ़ाई शुरू होने के साथ ही शैक्षणिक सत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव देखने को मिलेगा. क्योंकि अब स्नातक 3 साल की जगह 4 साल का होगा. हालांकि विद्यार्थियों की सहूलियत के लिए इसमें कई प्रावधान जोड़े गए हैं. किसी कारण अगर कोई विद्यार्थी बीच में पढ़ाई छोड़ते हैं तो उसका साल बर्बाद नहीं होगा. स्नातक में पढ़ने वाले विद्यार्थियों का 1 साल भी काफी फायदेमंद होगा. विद्यार्थियों को 1 साल का स्नातक का सर्टिफिकेट दिया जाएगा. वहीं दूसरे साल पूरा करके अगर कोई पढ़ाई छोड़ता है तो डिप्लोमा धारी कहलाएंगे. अगर 3 साल बाद पढ़ाई छोड़ता है तो बैचलर की डिग्री मिलेगी जबकि 4 साल की पढ़ाई पूरी करने पर बैचलर रिसर्च ऑनर्स डिग्री प्रदान की जाएगी.
प्रोवीसी प्रोफेसर कामिनी कुमार ने दी जानकारी: रांची विश्वविद्यालय ने अपना एडमिशन कैलेंडर भी नई शिक्षा नीति के तहत ही तैयार किया है. बुधवार से चांसलर पोर्टल के जरिए स्नातक के सभी संकाय में नामांकन शुरू हो जाएगा. इसकी जानकारी रांची विश्वविद्यालय की प्रोवीसी प्रोफेसर कामिनी कुमार ने दी है. मौके पर उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के लिए नई शिक्षा नीति मील का पत्थर साबित होगा. हर तरह के पाठ्यक्रम नई शिक्षा नीति में समाहित हैं.