रांची: राजधानी रेल मंडल के आरपीएफ जवान इन दिनों रेल यात्रियों की बढ़-चढ़कर मदद कर रही है. रांची रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ की मेरी सहेली टीम ने यात्रियों की मदद कर रही है. एक बार फिर से आरपीएफ की टीम ने मानवता की मिसाल पेश की.
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मंगलवार को दरभंगा-सिकंदराबाद ट्रेन में एक तीन साल का बच्चा भूख और पेट दर्द की शिकायत से परेशान था. रात में करीब 9 बजे रांची रेलवे स्टेशन पहुंची तो बच्चे के पिता मोहम्मद मासूम ने अपनी परेशानी से महिला SI चन्द्रानी विश्वास और कर्मी को अवगत कराया. पिता से बच्चे की समस्या सून मेरी सहेली टीम तुरंत उनकी मदद में जुट गई.
ट्रेन को रोककर दी गई मेडिकल सुविधा
महिला अधिकारी चन्द्रानी विश्वास और कर्मी ने तुरंत बच्चे के लिए गर्म दूध उपलब्ध करवाया. साथ ही रांची स्टेशन सुप्रिटेंडेंट और रेलवे डॉक्टर को तुरंत बच्चे की समस्या बताई गई ताकि बच्चे के पेट दर्द को दूर किया जा सके. लेकिन काफी कम समय होने की वजह से रांची स्टेशन पर चिकित्सक आने में सक्षम नहीं थे. इसलिए ट्रेन को हटिया रेलवे स्टेशन पर रोका गया. जहां रेलवे डॉक्टर ने बच्चे को अटेंड किया और मेडिकल ट्रीटमेंट जरूरत के अनुसार दी गयी. जिसके बाद ट्रेन रवाना हुई. इसके बाद बच्चे की हालात स्थिर हुई. बच्चे के पिता ने फोन कर रेल कर्मियों के इस कार्य की सराहना की और महिला अधिकारी और कर्मी को धन्यवाद कहा.
बजट में रांची रेल मंडल को मिली सौगात
दूसरी और रांची रेल मंडल की जानकारी के अनुसार रांची और हटिया में रेल कर्मियों के लिए 35 करोड़ की अनुमानित लागत से बिल्डिंग बनाने की महत्वकांक्षी योजना अब पूरी होगी. एक ही जगह पर लोगों को सभी सुविधाएं मिलेगी. पुराने मकानों की मरम्मत पर सालाना 25 लाख का खर्च भी बचेगा. दरअसल, आम बजट में इस बार रांची रेलवे को भी सौगात मिली है. रांची और हटिया में पैसों की कमी के कारण अटकी कॉलोनी का निर्माण अब पूरा हो सकेगा. इसमें 159 रेल कर्मियों को ना केवल आवास मिलेगा बल्कि आसपास के क्षेत्र का विकास भी हो पाएगा.