धनबादः धर्माबांध ओपी अंतर्गत पिछले दिनों 9 जनवरी को हुई गोलीबारी-बमबाजी कांड और सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी के आवासीय कार्यालय पर उपद्रवियों द्वारा की गई आगजनी मामले में आजसू पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो के निर्देशानुसार गठित छह सदस्यीय टीम बुधवार को जांच के लिए धनबाद पहुंची. टीम ने सबसे पहले घटनास्थल का दौरा किया और विस्थापितों से मिलकर घटना की जानकारी ली. इसके बाद टीम के सभी सदस्य धनबाद एसएसपी एचपी जनार्दनन से मिलने समाहरणालय पहुंचे.
निष्पक्ष जांच और दोषी पर कार्रवाई की मांग
टीम ने एसएसपी से मिलकर पूरे घटना की निष्पक्ष जांच करते हुए दोषी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने की मांग की. एसएसपी ने टीम को भरोसा दिया है कि जो भी घटना के दोषी हैं वे बख्शे नहीं जाएंगे. साथ ही कोई भी निर्दोष जेल नहीं जाएगा.एसएसपी से मिलने वालों में गठित टीम से गोमिया के पूर्व विधायक लम्बोदर महतो, पूर्व न्यायाधीश पंकज श्रीवास्तव, पूर्व डीआईजी सुबोध प्रसाद, प्रधान सचिव राजेंद्र मेहता के अलावे आजसू के अन्य पदाधिकारी शामिल थे.
बीसीसीएल प्रबंधन घटना के लिए जिम्मेवारः लम्बोदर
एसएसपी से वार्ता के बाद पूर्व विधायक लम्बोदर महतो ने कहा कि घटना के बाद से प्रभावित स्थल पर रह रहे लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त है. एसएसपी से आग्रह किया गया है कि पूरे मामले कि उच्चस्तरीय जांच हो और एक आम आदमी में जो भय का माहौल है उसे दूर करने का प्रयास करें. उन्होंने कहा कि 7 जनवरी को सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी के नेतृत्व में विस्थापितों के हक और अधिकार के सवाल पर बीसीसीएल प्रबंधन से वार्ता हुई थी.
बीसीसीएल प्रबंधन ने यह आश्वासन दिया था कि जबतक विस्थापितों की मांग पूरी नहीं हो जाती है, तब तक वह कार्य बंद रखेंगे. इस आश्वासन के बाद भी बिना किसी को सूचना दिए हिलटॉप आउटसोर्सिंग में बीसीसीएल प्रबंधन ने कार्य शुरू करा दिया. जिसका नतीजा रहा कि इतनी बड़ी घटना हुई. पूरी तरह से इस घटना के लिए बीसीसीएल प्रबंधन जिम्मेवार है.
ये भी पढ़ें-
धनबाद में बमबाजी और फायरिंग, रैयतों और कंपनी समर्थकों के बीच हिंसक झड़प - FIRING AND BOMBING