रांचीः झारखंड में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. वहीं राजधानी रांची में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण के एक्टिव केस हैं. झारखंड में कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारी शुरू कर दी गई हैं. यही वजह है कि सदर अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर संचालित टीकाकरण केंद्र को स्टेट योगा सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया है, ताकि आवश्यकता पड़ने पर कोरोना कंट्रोल रूम शुरू किया जा सके.
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टीकाकरण के नोडल पदाधिकारी डॉ. विमलेश सिंह ने बताया कि रांची में बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं. वहीं कोरोना जांच के लिए लोगों को अस्पताल भी आ रहे हैं. इसलिए रांची सदर अस्पताल के टीकाकरण केंद्र को शिफ्ट किया गया है. उन्होंने कहा कि टीकाकरण केंद्र शिफ्ट होने के बाद आपात स्थिति में करोना कंट्रोल रूप भी बनाया जा सकता है.
पिकनिक स्पॉट पर भी सैंपल कलेक्शन की व्यवस्था
झारखंड में जनवरी महीने में बड़ी संख्या में लोग सैर सपाटे और पिकनिक मनाने के लिए पार्क और दर्शनीय स्थल पर जाते हैं. इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से रांची के पर्यटक स्थलों, पार्को के बाहर और पिकनिक स्टॉप पर कोरोना जांच सैंपल कलेक्शन की व्यवस्था की है. इसके साथ ही राजधानी के कई मंदिरों के बाहर स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद है. रांची के टेस्टिंग नोडल अधिकारी डॉ. अखिलेश झा ने बताया कि रांची में 8 जगहों पर कोरोना टेस्ट के लिए सैंपल कलेक्शन किया जा रहा है, ताकि संक्रमण के फैलाव को समय रहते रोका जा सके.
3 जनवरी से 15-18 वर्ष के बच्चों का वैक्सीनेशन
सोमवार से 15-18 वर्ष के बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू हो रहा है. इससे पहले रविवार को स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारियों के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक हुई. इस बैठक में कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारियों का जायजा लिया.