रांची: शहर में बिजनौर गैंग, मुंगेर गैंग के बाद अब तीसरा गैंग पकड़ा गया है, जो ऑटो में बैग लेकर बैठे लोगों का सामान उड़ा लेता था. यह गैंग बोकारो जिले के चंदनकियारी का है. इस गैंग के लोग न केवल ऑटो सवारियों का सामान उड़ाते थे, बल्कि पैदल चलने वालों का जेब भी काटते थे.
दर्जनों चोरी की वारदात में रहे है शामिल
सीसीटीवी की निगरानी और गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने इन तीनों अपराधियों को दबोच लिया है, जो गिरफ्तार हुए हैं उनमें मेहनत शाही, आलम शाही और इस्लाम शाही शामिल है. सभी बोकारो जिले के चंदनकियारी अमलाबाद के मोहाल बस्ती के रहने वाले हैं. तीनों ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि वे पिछले आठ सालों से रांची में आकर ऑटो में बैठे सवारियों के बैग से गहने और सामान उड़ाते थे, जबकि पैदल चलने वालों का जेब कतर लेते थे. कभी उसका पुलिस ने पीछा नहीं किया और न ही उसके खिलाफ कोई केस दर्ज किया गया. इस वजह से उसका धंधा लंबे समय से चलता आ रहा है. पुलिस उससे अलग-अलग मामलों में संलिप्तता का पता लगा रही है.
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ऑटो चालकों को देते हैं हिस्सेदारी
बिजनौर, मुंगेर गैंग और चंदनकियारी गैंग के अपराधी ऑटो चालकों की मिलीभगत से घटना को अंजाम देते हैं. इसके लिए वो ऑटो चालकों को हिस्सा देने का लालच देते हैं. ऑटो चालकों को वे नियमित हिस्सा भी देते हैं. इन अपराधियों के निशाने पर बैग लेकर चलने वाले लोग होते हैं. ऑटो चालक सवारी बैठाने के बाद अपराधियों को कुछ दूरी पर बैठाते हैं, जो बैग को ब्लेड या चाकू से काटकर हाथ घुसाकर उसमें रखे गहने और पर्स को गायब कर देते हैं.
चंदा वसूलने वालों की भी मिलीभगत
इन अपराधियों की किशोरी सिंह यादव चौक पर ऑटो के लिए चंदा काटने वालों की भी मिलीभगत होती है. उनकी जानकारी में ये अपराधी घटना को अंजाम देते हैं. इसके बाद उन्हें भी शराब और गुटखा की रकम दी जाती है. पुलिस ने उन्हें भी चेतावनी दी थी, जिसके बाद अपराधियों को शह मिलना बंद हुआ और अब ये पकड़े जा रहे हैं.
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मुंगेर गैंग का सरगना गया जेल
ऑटो सवारियों के रुपये उड़ाने वाले मुंगेर गैंग का सरगना मो. जहांगीर जेल भेज दिया गया है. पुलिस ने उसके सहयोगी ऑटो चालक रातू के चटकपुर निवासी बालेश्वर साव को एक सप्ताह पहले ही जेल भेज दिया था. हालांकि, इस गिरोह के तीन अपराधी अब भी फरार चल रहे हैं. उनकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है. बता दें कि, इस अपराधी को पकडऩे के लिए पीड़ित कौशल किशोर ने खुद मेहनत की और छुट्टी लेकर अपराधी को पकड़ा. कौशल किशोर के बैग से बीते आठ अक्टूबर को पत्नी और बच्चों के साथ रेलवे स्टेशन जाने के दौरान गहने उड़ा लिया था.