हजारीबाग: विनोबा भावे विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय ईस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी फीमेल प्रतियोगिता का शुभारंभ हो गया. 6 से 8 फरवरी तक आयोजित इस प्रतियोगिता में 36 विश्वविद्यालयों के 600 से अधिक खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं. अब तक 32 टीमें विश्वविद्यालय परिसर पहुंच चुकी हैं. शेष बची चार टीमें अभी आना हैं.
विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग में पहली बार ईस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी फीमेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है जिसमें बिहार, ओडिशा, असम, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, छत्तीसगढ़ और झारखंड की कुल 36 यूनिवर्सिटी के खिलाड़ी हिस्सा लेने पहुंचे हैं. यह आयोजन 6 से 8 फरवरी तक विश्वविद्यालय परिसर में चलेगा. 6 फरवरी को कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया. वहीं समापन समारोह में मुख्य अतिथि पंकज कंबोज आईजी हेडक्वार्टर और एनटीपीसी के पदाधिकारी फैज तैय्यब होंगे.
प्रतियोगिता के सफल संचालन के लिए पांच कोर्ट तैयार किये गये हैं जिसमें 600 से अधिक खिलाड़ी अपना दमखम दिखा रहे हैं. मैच के संचालन के लिए 26 रेफरी को आमंत्रित किया गए है. 36 मैचों में चार पूल बनाए गए हैं. प्रतियोगिता एआईओ और खो-खो फेडरेशन के नियमों के अनुसार आयोजित की जा रही है.
हजारीबाग के विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर पवन कुमार पोद्दार ने कहा यह विश्वविद्यालय के लिए बेहद गर्व की बात है कि बड़ा आयोजन करने का मौका मिला है. उन्होंने कहा कि खेल के साथ पूर्वी भारत की टीम एक अच्छा संदेश लेकर झारखंड से जाए, इसे लेकर तैयारी की गई है.
खिलाड़ियों में गजब का उत्साह इस दौरान देखने को मिल रहा है. उन्होंने कहा कि खेल शिक्षा का ही अंग है. इस कारण छात्रों में उत्साह अधिक है. उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले दो दिनों तक विश्वविद्यालय में महोत्सव के जैसा माहौल देखने को मिलेगा.
खिलाड़ियों की बात की जाए तो उनका कहना है कि हजारीबाग विनोबा भावे विश्वविद्यालय परिवार ने बेहतर इंतजाम किया है. रहने से लेकर भोजन तक की उत्तम व्यवस्था है. खेल भावना के साथ खेल हो रहा है. दूसरे राज्यों की संस्कृति, भोजन, भाषा का भी आदान-प्रदान हो रहा है.
उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान छऊ नृत्य जिस तरह से पेश किया गया इसकी जितनी भी तारीफ की जाए कम है. खिलाड़ियों का भी कहना है कि खेल से जहां मन प्रसन्न होता है तो संस्कृति के आदान-प्रदान से ज्ञान की वृद्धि भी होती है. छात्रों के लिए बेहद जरूरी है कि इस तरह के कार्यक्रम हों जो छात्रों के भविष्य के लिए बेहतर है. इसके अतिरिक्त अच्छे खिलाड़ी यहां से उभर कर निकलेंगे जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करेंगे.
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