रांचीः रांची के सीठीओ टीओपी की हाजत से फरार कुख्यात अपराधी राजू गोप को पुलिस ने पिस्तौल के साथ गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी रातू थाना क्षेत्र के पाली में छुपा हुआ था. उसके पास से अमेरिका में बनी दो पिस्तौल भी बरामद हुई है. इसके अलावा दो देसी कट्टा और 87 जिंदा कारतूस भी मिले है। इसके अलावा उसके पास से पुलिस का कहना है कि गोप पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के लिए भी काम करता था.
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24 मोबाइल भी बरामद हुए
पुलिस के मुताबिक बरामद हथियार उसे रांची के एक अपराधी ने दिया था. हथियारों का इस्तेमाल जमीन कारोबारियों से रंगदारी वसूलने के लिए किया जाता था. छह जमीन कारोबारियों को बरामद हथियार से डराकर रंगदारी वसूली गई थी. पूछताछ में राजू गोप ने पुलिस के समक्ष इसका खुलासा किया है. राजू ने पुलिस को बताया कि जिस अपराधी ने उसे हथियार दिया था, वह पीएलएफआई संगठन से जुड़ा हुआ है. उसके लिए ही वह काम करता है. हालांकि अपराधी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. पुलिस उसे दबोचने के लिए उसके ठिकानों पर छापेमारी भी की, लेकिन वह फरार मिला. राजू गोप के पास से 24 मोबाइल भी बरामद किए गए हैं. मोबाइल का इस्तेमाल वह जमीन कारोबारियों से रंगदारी मांगने में किया करता था. वह हर जमीन कारोबारी को फोन करने के लिए अलग-अलग मोबाइल व नंबर रखता था. तीन माह के भीतर उसने कई जमीन कारोबारियों से लाखों रुपये की रंगदारी की वसूली कर सुप्रीमो दिनेश गोप तक पहुंचाया है.
कई अपराधियों के नाम बताए
पूरे मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि राजू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. उसके पास से 24 हजार नगदी के अलावा फर्जी पहचान पत्र और मोटरसाइकिल भी बरामद किए गए हैं. एसएसपी ने बताया कि राजू गोप को दबोचने के लिए ग्रामीण एसपी नौशाद आलम के मार्गदर्शन में एक टीम का गठन किया गया था. गठित टीम ने आरोपी को दबोच लिया. एसएसपी ने बताया कि तुपुदाना ओपी के टोरियन वल्ड स्कूल के समीप जंगल में पोस्टरबाजी व फायरिंग की थी. पूछताछ में आरोपियों ने कई अपराधियों के नामों का भी खुलासा किया. पुलिस ने उन अपराधियों की तलाश शुरू कर दी है.
फायरिंग के बाद हुआ था गिरफ्तार
राजू गोप ने 15 जुलाई 2010 की देर रात रांची-खूंटी मार्ग के टोरियन वर्ल्ड स्कूल के पास ताबड़तोड़-फायरिंग की थी. इस मामले में उसे पकड़ा गया था, उसे गिरफ्तार कर सीठियो टीओपी में रखा था. जहां से राजू गोप पुलिस को चकमा देकर 18 जुलाई की देर रात फरार हो गया था. उसकी फरारी के बाद से तुपुदाना थानेदार सहित तीन पुलिसकर्मी भी सस्पेंड कर दिए गए थे. 18 जुलाई को राजू गोप को पुलिस ने कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया था. इसके बाद शाम हो जाने की वजह से गोप को जेल नहीं भेजा जा सका था और उसे सीठियो टीओपी में रखा गया था. इसके बाद वह वहीं से फरार हो गया था. राजू गोप बीते 19 जून 2020 को जेल से छूटा था, उससे पहले बीते तीन अगस्त 2015 को राजू गोप को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद पकड़ा था. उसके पैर में गोली भी लगी थी. राजू गोप मूल रूप से तुपुदाना के डुंगरू का रहने वाला है. वह तुपुदाना चौक पर जमीन कारोबारी लाल अशोक नाथ शाहदेव की हत्या के बाद चर्चा में आया था.
इन घटनाओं में रहा है शामिल
तुपुदाना चौक पर जमीन कारोबारी लाल अशोक नाथ शाहदेव की हत्या का आरोप.
- मौसीबाड़ी के समीप जमीन कारोबारी राजू कच्छप की हत्या में भी आरोपी.
- लखन सिंह को तुपुदाना ओपी से भगाने में सरवर के साथ शामिल होने की रिपोर्ट.
- डीपीएस के पास पूर्व पार्षद मंगा पाहन पर गोलीबारी का गोप पर मुकदमा
- तुपुदाना निवासी महेश साहू से दस लाख रुपये रंगदारी मांगने और न देने पर उसके घर में अपने साथी मिठू के साथ मिलकर फायरिंग करने का आरोप
- टाटीसिलवे में एक जमीन कारोबारी को मारने का आरोप.