रांचीः उत्तरकाशी के टनल में 17 दिनों तक फंसकर बाहर निकले झारखंड के 15 मजदूरों की घर वापसी का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. जैप आईटी के सीईओ भुवनेश प्रताप सिंह के नेतृत्व में श्रम विभाग की टीम वापसी की पूरी तैयारी कर चुकी है. सारी प्रक्रिया पूरी होते ही मजदूरों को झारखंड लाया जाएगा.
जैप आईटी के सीईओ भुवनेश प्रताप सिंह ने ईटीवी भारत को बताया कि अभी तक की जानकारी के मुताबिक सभी मजदूरों का फाइनल मेडिकल चेकअप एम्स, ऋषिकेश में किया जाएगा. जांच के बाद मेडिकल टीम का अप्रूवल मिलते ही रांची लौटने की कवायद शुरू कर दी जाएगी. उन्होंने अंदेशा जताया है कि एम्स ऋषिकेश में मेडिकल चेकअप करने में पूरा दिन निकल सकता है, लिहाजा विलंब होने पर अपने मजदूरों को लेकर कल यानी 30 नवंबर को सेवा विमान से दिल्ली से रांची लाया जाएगा.
वहीं श्रम विभाग के संयुक्त कमिश्नर राकेश प्रसाद ने ईटीवी भारत को बताया है कि पूरी टीम तैयार है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश के मुताबिक उत्तराखंड प्रशासन और वहां की मेडिकल टीम से परमिशन मिलते ही श्रमिकों को पहले दिल्ली ले जाया जाएगा और वहां से हवाई जहाज से रांची पहुंचाया जाएगा. राकेश प्रसाद ने बताया कि सबसे अच्छी बात है कि झारखंड के सभी 15 मजदूर स्वस्थ हैं.
इधर, 28 नवंबर की रात टनल से श्रमिकों के बाहर निकालने पर उनके गांवों में खुशी का माहौल है. श्रमिकों के परिवार वाले पूजा पाठ कर रहे हैं और उनके दीदार के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. ईटीवी भारत की टीम रांची के ओरमांझी, खूंटी के कर्रा, पूर्वी सिंहभूम के घाटशिला और गिरिडीह के सभी 15 श्रमिकों के परिवारों के संपर्क में है. सभी परिवारों की स्थिति से जुड़ी खबर आप पाठकों से साझा की जा चुकी है. अब इंतजार है कि जैसे ही अपने राज्य के श्रमिक अपने-अपने घर पहुंचेंगे तो उनसे सीधी बातचीत की जाएगी. सीएमओ के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद पूरी व्यवस्था पर नजर बनाए हुए हैं.
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