रांची: राजधानी रांची सहित राज्य के विभिन्न जिलों में बिजली संकट देखने को मिल रही है. पिछले कुछ दिनों से देर शाम होते ही राजधानी के विभिन्न मोहल्लों में बिजली काट दी जा रही है. जिस वजह से लोगों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा (Power crisis in various districts of Jharkhand) है. बिजली विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में एनटीपीसी की एक यूनिट बंद और हाइड्रो पावर से बिजली सप्लाई नहीं होने के कारण राज्य में करीब 400 मेगावाट बिजली की आपूर्ति नहीं हो पा रही है.
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बिजली विभाग के अधिकारियों ने यह भी बताया कि दिन के समय में सोलर पावर से बिजली सप्लाई किया जा रहा है. लेकिन शाम होते ही सोलर सिस्टम काम नहीं करता जिस वजह से करीब 200 मेगावाट बिजली की आपूर्ति बाधित हो जाती है. इसलिए कई बार कुछ महलों की बिजली काटनी पड़ती है ताकि दूसरे जगह पर आपूर्ति पूरी की जा सके. अधिकारियों ने बताया कि 1400 से 1500 मेगावाट बिजली प्रतिदिन राजधानी में खर्च होता है तो वहीं शाम के समय की बात करें तो बिजली का लोड और भी अधिक बढ़ जाता है. दूसरी ओर बिजली का उत्पादन शाम के समय कम हो जाता है. इसलिए इन दिनों लोड शेडिंग की समस्या देखने को मिल रही (load shedding in ranchi) है.
राजधानी रांची की बात करें तो रांची के सबसे बड़ी आबादी वाले मोहल्ले चुटिया, कोकर, धुर्वा सहित विभिन्न मुहल्लों में घंटो बिजली कटी रहती है. जिस वजह से लोगों को दैनिक काम जैसे पानी गर्म करना, इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स को चार्ज करना है जैसी समस्याओं से आए दिन जूझना पड़ रहा है.
राजधानी में औसतन 250 मेगावाट बिजली प्रतिदिन खपत है लेकिन वर्तमान में बिजली की खपत में अचानक बढ़ोतरी हुई है. अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में 275 से 300 मेगावाट की मांग देखने को मिल रही है, ऐसे में लोड शेडिंग होना लाजमी है. वर्तमान में एनटीपीसी की एक यूनिट बंद होने की वजह से इस तरह की समस्या देखने को मिल रही है. हालांकि अधिकारियों ने आश्वस्त किया है कि जल्द ही हाइड्रो पावर और एनटीपीसी से निकलने वाले बिजली को दुरुस्त किया जाएगा ताकि लोड शेडिंग की समस्या से आम लोगों को निजात दिलाया जा सके.