रांची: राज्य के छह जिलों में पोषण सखी के रूप में कार्यरत महिलाओं का विरोध प्रदर्शन रुकने का नाम नहीं ले रहा है. मंगलवार को पुलिस के साथ हुई धक्का-मुक्की के बाद सभी पोषण सखी एक बार फिर बुलंद आवाज के साथ अपना विरोध प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं. धरने पर बैठी पोषण सखियों ने कहा कि जब तक सरकार हमारे मांगों पर विचार नहीं करेगी तब तक हम ऐसे ही विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे.
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पोषण सखियों का कहना है कि अपना घर द्वार छोड़कर इसी उम्मीद से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं कि शायद उनकी नौकरी नियमित हो सके. लेकिन सरकार हमारी एक भी सुनने के लिए तैयार नहीं है. विरोध प्रदर्शन कर रही धनबाद की रहने वाली पोषण सखी डिंपल चौबे ने बताया कि जब तक सरकार हम पोषण सखियों की नौकरी नियमित नहीं करती तब तक हम प्रदर्शन करते रहेंगे. पोषण सखी ने कहा कि सरकार पिछले 5 वर्षों तक हमसे काम कराती रही और अचानक कहती है कि अब उनका काम नहीं है. ऐसे में हम सभी बहनें कहां जाएंगे और इस उम्र में किस काम को पकड़ेंगे. इसीलिए सरकार से आग्रह है कि हमारी मांगों पर विचार करें और हमारा निदान निकाले.
हालांकि विरोध प्रदर्शन को देखते हुए मंगलवार की देर शाम जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी पोषण सखियों से मिलने पहुंचे थे. जहां उन्होंने आश्वासन दिया है कि मुख्यमंत्री से मिलकर उनकी समस्याओं पर बात जरूर करेंगे. वही सभी पोषण सखी अभी भी विधानसभा के पास धरने पर बैठी हुई हैं और यह मांग कर रही हैं कि सरकार उनकी समस्याओं को समझें और उसका निदान निकाले.