रांची: राजस्थान के कोटा में प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे झारखंड के बच्चों को उनके घर वापस लाने का मामला झारखंड हाई कोर्ट पहुंच गया है. झारखंड हाई कोर्ट के अधिवक्ता धीरज कुमार ने जनहित याचिका दायर की है. याचिका के माध्यम से राजस्थान के कोटा सहित अन्य शहरों में रह रहे झारखंड के बच्चे को घर लाने की गुहार लगाई गई है. उन्होंने मांग की है कि अन्य राज्य की भांति झारखंड के भी बच्चे को घर लाने की उचित व्यवस्था की जाए.
झारखंड के प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे बच्चे जो राजस्थान के कोटा और अन्य राज्यों के विभिन्न शहरों में कोरोना की विषम परिस्थिति में फंसे हुए हैं. उन्हें घर लाने की उचित व्यवस्था करने की मांग को लेकर जनहित याचिका दायर की गई है. झारखंड हाई कोर्ट के अधिवक्ता धीरज कुमार ने झारखंड हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की है. याचिका के माध्यम से उन्होंने अदालत को जानकारी दी है की असम के बच्चे जिस तरह से घर वापस आए हैं. झारखंड के दो सांसद एक रांची और धनबाद लॉकडाउन में आए हैं. उसी तरह से राज्य के जो बाहर फंसे हुए बच्चे हैं, उन्हें भी घर लाने की व्यवस्था की जाए. उन्होंने याचिका में केंद्र सरकार, केंद्र सरकार के गृह विभाग के सचिव, झारखंड सरकार, झारखंड सरकार के मुख्य सचिव और अन्य को प्रतिवादी बनाया है.
बता दें कि कोरोना के इस वैश्विक महामारी में देश में चल रहे लॉकडाउन के कारण झारखंड के बच्चे जो बाहर राज्य में इस लॉकडाउन के कारण फंस गए हैं. इससे उसके परिजन की चिंता दिनों दिन बढ़ती जा रही है. बच्चे की परेशानियां बढ़ती जा रही है. इसी को देखते हुए उसे वापस घर लाने की व्यवस्था करने की मांग को लेकर जनहित याचिका दायर की गई है.
कोटा में फंसे बच्चों को घर लाने का मामला पहुंचा हाई कोर्ट, अधिवक्ता धीरज कुमार ने दायर की याचिका - हाई कोर्ट में कोटा से बच्चों को लाने को लेकर याचिका दायर
झारखंड हाई कोर्ट के अधिवक्ता धीरज कुमार ने हाई कोर्ट में कोटा में प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे झारखंड के बच्चों को उनके घर वापस लाने वाले मामला में याचिका दायर की है. उन्होंने मांग की है कि अन्य राज्य की भांति झारखंड के भी बच्चे को घर लाने की उचित व्यवस्था की जाए.
रांची: राजस्थान के कोटा में प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे झारखंड के बच्चों को उनके घर वापस लाने का मामला झारखंड हाई कोर्ट पहुंच गया है. झारखंड हाई कोर्ट के अधिवक्ता धीरज कुमार ने जनहित याचिका दायर की है. याचिका के माध्यम से राजस्थान के कोटा सहित अन्य शहरों में रह रहे झारखंड के बच्चे को घर लाने की गुहार लगाई गई है. उन्होंने मांग की है कि अन्य राज्य की भांति झारखंड के भी बच्चे को घर लाने की उचित व्यवस्था की जाए.
झारखंड के प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे बच्चे जो राजस्थान के कोटा और अन्य राज्यों के विभिन्न शहरों में कोरोना की विषम परिस्थिति में फंसे हुए हैं. उन्हें घर लाने की उचित व्यवस्था करने की मांग को लेकर जनहित याचिका दायर की गई है. झारखंड हाई कोर्ट के अधिवक्ता धीरज कुमार ने झारखंड हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की है. याचिका के माध्यम से उन्होंने अदालत को जानकारी दी है की असम के बच्चे जिस तरह से घर वापस आए हैं. झारखंड के दो सांसद एक रांची और धनबाद लॉकडाउन में आए हैं. उसी तरह से राज्य के जो बाहर फंसे हुए बच्चे हैं, उन्हें भी घर लाने की व्यवस्था की जाए. उन्होंने याचिका में केंद्र सरकार, केंद्र सरकार के गृह विभाग के सचिव, झारखंड सरकार, झारखंड सरकार के मुख्य सचिव और अन्य को प्रतिवादी बनाया है.
बता दें कि कोरोना के इस वैश्विक महामारी में देश में चल रहे लॉकडाउन के कारण झारखंड के बच्चे जो बाहर राज्य में इस लॉकडाउन के कारण फंस गए हैं. इससे उसके परिजन की चिंता दिनों दिन बढ़ती जा रही है. बच्चे की परेशानियां बढ़ती जा रही है. इसी को देखते हुए उसे वापस घर लाने की व्यवस्था करने की मांग को लेकर जनहित याचिका दायर की गई है.