रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को रांची के कांके स्थित केंद्रीय मानसिक आरोग्यशाला यानी सीआईपी में करीब पांच घंटे तक काउंसिलिंग के बाद एडमिट कर लिया गया (Pankaj Mishra taken from RIMS to CIP in Ranchi) है. उन्हें सीआईपी के नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया है. उनका इलाज डॉक्टर एसके मुंडा की देखरेख शुरू कर दिया गया है. सीआईपी के निदेशक डॉक्टर डी. दास ने इसकी पुष्टि की है.
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जब पंकज मिश्रा के सीआईपी के ओपीडी से एडमिशन के लिए नशा मुक्ति केंद्र ले जाया जा रहा था, तब मीडिया ने उनके हेल्थ को लेकर बात करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने कुछ नहीं कहा. बता दें कि रिम्स में इलाज के दौरान डॉक्टरों को इस बात की जानकारी मिली थी कि पंकज मिश्रा एक ऐसे इंजेक्शन के आदी थे जो दर्द निवारक के साथ-साथ दिमाग को शांत रखता है. उस इंजेक्शन के बंद करने से उनके शरीर में जबरदस्त दर्द की शिकायत रहती थी. इसी को देखते हुए सोमवार को उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच सीआईपी ले जाया गया.
जानिए पूरा मामलाः साहिबगंज में अवैध खनन और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने पंकज मिश्रा को जुलाई महीने में गिरफ्तार किया था, तब से वह न्यायिक हिरासत में है. पिछले दिनों खराब स्वास्थ्य के कारण उन्हें रिम्स में कराया गया था. लेकिन इस दौरान ईडी ने अपनी जांच में बताया कि न्यायिक हिरासत में रहने के बावजूद पंकज मिश्रा कई बड़े अफसरों से फोन पर बात किया करते थे. इसके बाद में ईडी ने रिम्स प्रबंधन से उनकी मेडिकल हिस्ट्री भी मांगी थी. इसी बीच पिछले दिनों उन्हें रिम्स के मेडिकल बोर्ड ने सीआईपी में इलाज की जरूरत बताते हुए डिस्चार्ज कर दिया था. इसके बावजूद उनको जेल में शिफ्ट नहीं किए जाने पर ईडी ने बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा, रांची के जेल अधीक्षक हामिद अख्तर को पूछताछ के लिए तबल किया था. इसी कड़ी में 5 दिसंबर को जेल अधीक्षक हामिद अख्तर ईडी के जोनल ऑफिस भी पहुंचे उनसे ईडी ने लंबी पूछताछ की.