रांची: यूरिन इंफेक्शन के बाद पंकज मिश्रा को रिम्स में भर्ती किया गया है (Pankaj Mishra has been brought to RIMS ). एक हजार करोड़ रुपए से अधिक के मनी लॉन्ड्रिंग में सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को 19 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था. जेल में रहने के दौरान उनकी तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद लंबे समय तक रिम्स में उनका इलाज चला था. एक बार फिर शनिवार को पेशाब में जलन की शिकायत और पेट में दर्द के बाद उन्हें इमरजेंसी में लाया गया है.
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रिम्स के जनसंपर्क अधिकारी डॉ राजीव रंजन ने कहा कि सर्जरी विभाग के डॉ मृत्युंजय सरावगी के देखरेख में पंकज मिश्रा का इलाज चल रहा है. यूरिन जांच के लिए सैंपल लिया गया है. जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे इलाज की प्रक्रिया अपनाई जाएगी.
इससे पहले पंकज मिश्रा का रांची के कांके स्थित केंद्रीय मानसिक आरोग्यशाला यानी सीआईपी में भी इलाज किया गया था. उन्हें सीआईपी के नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया था. साहिबगंज में अवैध खनन और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने पंकज मिश्रा को जुलाई महीने में गिरफ्तार किया था, तब से वह न्यायिक हिरासत में है. पिछले दिनों खराब स्वास्थ्य के कारण उन्हें रिम्स में कराया गया था. लेकिन इस दौरान ईडी ने अपनी जांच में बताया कि न्यायिक हिरासत में रहने के बावजूद पंकज मिश्रा कई बड़े अफसरों से फोन पर बात किया करते थे. इसके बाद में ईडी ने रिम्स प्रबंधन से उनकी मेडिकल हिस्ट्री भी मांगी थी. इसी बीच पिछले दिनों उन्हें रिम्स के मेडिकल बोर्ड ने सीआईपी में इलाज की जरूरत बताते हुए डिस्चार्ज कर दिया था. इसके बावजूद उनको जेल में शिफ्ट नहीं किए जाने पर ईडी ने बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा, रांची के जेल अधीक्षक हामिद अख्तर को पूछताछ के लिए तबल किया था. इसी कड़ी में 5 दिसंबर को जेल अधीक्षक हामिद अख्तर ईडी के जोनल ऑफिस भी पहुंचे उनसे ईडी ने लंबी पूछताछ की.