रांचीः RU के संस्कृत विभाग ने राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया. जिसमें संस्कृत के संरक्षण के उद्देश्य से विशेषज्ञों ने विचार-विमर्श किया. इस दौरान संस्कृत विश्वविद्यालय खोले जाने को लेकर भी चर्चा हुई. जिसपर मुख्यमंत्री रघुवर दास से इस संबंध में पहल करने संबंधी बात पहुंचाने की बात कही गई.
रांची विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के तत्वावधान में राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का आयोजन किया गया. संगोष्ठी कुल 4 सत्रों में आयोजित हुई. जिसमें कई शिक्षाविद शामिल हुए. मौके पर आरयू के रजिस्ट्रार अमर कुमार चौधरी, प्रति कुलपति कामिनी कुमार के अलावा संस्कृत से जुड़े कई विशेषज्ञ पहुंचे. वहीं, दूसरे राज्यों से भी कई गणमान्य इस विशेष कार्यक्रम में शामिल हुए.
संस्कृत विभाग द्वारा आयोजित इस संगोष्ठी में संस्कृत साहित्य के महान नाटककार भास के ऊपर केंद्रित परिचर्चा वक्ताओं ने की. वहीं, इस दौरान एक बार फिर संस्कृत विश्वविद्यालय झारखंड में खोले जाने को लेकर मुख्यमंत्री रघुवर दास से बात करने की बात कही गई. विशेषज्ञों ने कहा कि झारखंड में संस्कृत विश्वविद्यालय की जरूरत है. संस्कृत भाषा का प्रारंभिक ज्ञान लोग हासिल कर सके और अपनी परंपराओं और संस्कार को जीवित रख सके. इस दिशा में राज्य सरकार को सोचने की जरूरत है.
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इससे पहले भी संस्कृत विभाग द्वारा संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है. इस कार्यक्रम के जरिए संस्कृत विश्वविद्यालय खोले जाने को लेकर संस्कृत के विशेषज्ञों ने जोर दिया है.