रांची : रिम्स प्रबंधन के नए फरमान से सस्ती दवा खरीदने के इच्छुक लोगों की परेशानी बढ़ सकती है. रिम्स ने यहां संचालित जेनेरिक दवा के स्टोर 'दवाई दोस्त' को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है. रिम्स निदेशक डॉ. कामेश्वर प्रसाद ने अपने आदेश में सस्ती जेनेरिक दवा उपलब्ध कराने वाली दुकान दवाई दोस्त को एक माह में हटाने का संचालक को निर्देश दिया है.
ये भी पढ़ें-रांची के दवाई दोस्त दुकान में छापा, मिली कई अनियमितताएं
रिम्स निदेशक डॉ. कामेश्वर प्रसाद ने अपने निर्देश में कहा है कि 2015 की एक बैठक में इसे बंद करने की बात कही गई थी. इसके बावजूद दवा की दुकान दवाई दोस्त को बंद नहीं किया गया.इसके आवंटन का विवाद हाई कोर्ट तक पहुंचा था. झारखंड हाईकोर्ट ने भी इस संबंध में जवाब मांगा था कि किस परिस्थिति में दवाई दोस्त के लिए जगह आवंटित की गई. राजधानी के स्वास्थ्य से जुड़े गलियारे में इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं. आईएमए और झारखंड चैंबर ने भी इसका विरोध किया है. इसके मद्देनजर इसको बंद किया जा रहा है.
फैसले पर ऐतराज
इधर, रिम्स प्रबंधन के इस फैसले पर कई लोगों को आपत्ति है. उनका कहना है कि तमाम गरीब लोगों को जेनरिक दुकान से सस्ती दवा मिल जाती थी. इससे ऐसे गरीबों की परेशानी और बढ़ जाएगी.
डॉ. शंभू प्रसाद का कहना है कि कोरोनाकाल में तमाम लोग आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे हैं. इस बीच ऐसी दुकान जिससे लोगों को सस्ती दवा मिलती थी, उसे बंद करने का फैसला ठीक नहीं है. उन्होंने कहा कि रिम्स में ज्यादातर गरीब मरीज आते हैं और वैसे मरीजों के लिए दवाई दोस्त से सस्ती में दवा मिल जाती थी. अब अगर दवाई दोस्त को बंद कर दिया जाता है तो एम्स में आने वाले राज्य भर के गरीब मरीजों की मुसीबत बढ़ जाएगी.
रिम्स प्रबंधन ने दिया नोटिस
आपको बता दें कि रिम्स में संचालित दवाई दोस्त, शुरू से ही विवादित में रहा है. कई बार रिम्स प्रबंधन और ड्रग कंट्रोलर की तरफ से दवाई दोस्त के संचालक को हिदायत भी दी गई है. अब प्रबंधन ने अगले 1 महीने में इसे बंद करने का नोटिस जारी किया है.