रांचीः झारखंड विधानसभा में वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने आज बजट पेश किया है. बजट को लेकर विपक्ष ने सवाल खड़ा किया है. बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि पिछली बार का बजट जब पढ़ा जा रहा था तब और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन थे, जब किसानों की कर्जमाफी की घोषणा की गई थी सरकार को यह बताना चाहिए कि कितने किसानों का कर्ज माफ किया गया है लेकिन बजट में कुछ नहीं बताया गया.
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बजट सिर्फ भाषण में पढ़कर समाप्त कर दिया गया पिछले बार सत्र में वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा था कि युवाओं, बेरोजगारों, नौजवानों को 7 से 5 हजार रुपया भत्ता देगी या उम्मीद थी कि बताया जाएगा कि कितने युवाओं को रोजगार दिया गया और बता दिया गया.
इसलिए बजट 91,277 करोड़ का हो या लाख करोड़ रुपए का कोई फर्क नहीं पड़ता है. वहीं आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने सरकार के बजट को लेकर कहा कि 91,277 करोड़ रुपए का बजट राज्य सरकार ने पेश किया है और पूरे बजट को पूरी बारीकियों के साथ देखा गया है.
बजट पूरी तरह से लक्ष्यविहीन व दिशा विहीन वाला बजट है. राज्य सरकार अपने किसी भी संकल्प को परिलक्षित करते नजर नहीं आई है. लोगों को भरोसा था कि आम गरीब किसान और इंफ्रास्ट्रक्चर में कोई बड़ा फैसला सरकार करेगी, लेकिन निराशा हाथ लगी है.
वहीं विधायक सरयू राय ने राज्य सरकार के बजट को लेकर कहा कि 65 हजार करोड़ से ज्यादा का बजट होना चाहिए था. खर्च की प्राथमिकता ग्रामीण विकास के लिए ज्यादा प्राथमिकता रहेगी. बजट का आकार कितना बढ़ा रहे राज्य सरकार पैसा जुटा पाती है या फिर केंद्र सरकार से अनुदान लेती है. यह बजट ग्रामीण विकास पर पूरी तरह से है, इसलिए सरकार की इस बजट का स्वागत करना चाहिए.