रांची: कोरोना की वजह से रिम्स में ओपीडी सेवा फिलहाल पूरी तरह बंद है, जिससे मरीजों को काफी दिक्कतें हो रही है. रिम्स में लगभग डेढ़ महीने से ओपीडी सेवा बंद है, क्योंकि दिन प्रतिदिन कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे थे. इसी वजह से ओपीडी में बहाल चिकित्सकों को कोविड-19 वार्ड में तैनात कर दिया गया था. हालांकि मरीजों को फिलहाल ओपीडी सेवा के लिए ऑनलाइन का सहारा लेना पड़ता है. ऑनलाइन के माध्यम से मरीज डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं और डॉक्टरों से सलाह ले सकते हैं. इसके लिए टॉल फ्री नंबर भी जारी किया गया है.
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राज्य के कई ऐसे सुदुरवर्ती इलाके हैं, जहां इंटरनेट की सुविधा नहीं है. वैसे जगहों के मरीज ऑनलाइन डॉक्टरों से सलाह नहीं ले पाते हैं. इसे देखते हुए रिम्स प्रबंधन अब जल्द ही ओपीडी सेवा शुरू करने की तैयारी में जुट गया है. रिम्स के जनसंपर्क अधिकारी और वरिष्ठ चिकित्सक डॉ डीके सिन्हा ने बताया कि ओपीडी सेवा को शुरू करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है और उम्मीद है कि अगले सप्ताह तक रिम्स में भी ओपीडी सेवा बहाल हो जाएगी, इसको लेकर उच्च अधिकारियों के द्वारा आदेश भी जारी हो जाएगा.
मरीजों को हो रही परेशानी
रिम्स में ओपीडी सेवा शुरू नहीं होने के कारण वापस लौट रहे मरीजों का कहना है आज की तारीख में बढ़ती आबादी और प्रदूषण की वजह से लोगों को समय-समय पर जीवन यापन के लिए डॉक्टरों की सलाह लेना अनिवार्य है, लेकिन कोरोना की वजह से रिम्स के ओपीडी सेवा में चिकित्सक नहीं बैठ रहे हैं, जिससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं मरीज राहुल महतो बताते हैं कि ओपीडी सेवा बेहद ही जरूरी है, उन्होंने स्वास्थ्य विभाग जल्द से जल्द ही ओपीडी सेवा बहाल करने की अपील की है.
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ओपीडी में प्रतिदिन आते हैं 1200 से 1300 मरीज
रिम्स के ओपीडी में प्रतिदिन 1200 से 1300 मरीज इलाज कराने आते हैं, लेकिन अभी मरीज अपना रेगुलर चेकअप कराने भी अस्पताल नहीं पहुंच रहे हैं, जिससे कई मरीजों को परेशानी हो रही है. झारखंड एक आदिवासी प्रधान राज्य है, जहां आज भी आदिवासी समुदाय के लोग मोबाइल और इंटरनेट के प्रयोग से दूर हैं. ऐसे में ऑनलाइन ओपीडी सेवा से वैसे मरीजों को लाभ नहीं मिल पा रहा है.