रांची: झारखंड हाई कोर्ट के न्यायाधीश सह कार्यकारी अध्यक्ष झालसा एचसी मिश्रा के दिशा-निर्देश पर शनिवार को एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन गूगल मीट एप से किया गया. इसमें तकरीबन 50 मध्यस्थों ने भाग लिया. कार्यक्रम में डालसा सचिव अभिषेक कुमार ने कहा कि रांची, बोकारो, चाईबासा, गिरिडीह, चतरा, गोड्डा, देवघर, गुमला, धनबाद, खूंटी, दुमका, गढ़वा जिले के अधिवक्ता, मध्यस्थ और विशेषज्ञ मध्यस्थ के ई-लर्निंग प्रशिक्षण के माध्यम से मध्यस्थों में और अधिक निपुणता आ रही है.
लोग तनाव से ग्रसित
कार्यक्रम में पंचानन सिंह ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि मानव समाज में आपस में मतभेद होना स्वाभाविक है, लेकिन इन मतभेदों को हिंसा तक न पहुंचाएं. इसके लिए मध्यस्थता के माध्यम से अपने आपसी विवादों को निबटाने के लिए आगे आना चाहिए. हम कंफलिक्ट मैनेजमेंट की टेक्निक सीख लेंगे, तो ऐसे कांडों में मध्यस्थता करने में सफलता मिलेगी. अधिवक्ता मध्यस्थ मनीषा रानी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि मध्यस्थता के माध्यम से बड़े-बड़े विवादों को हल किया जा सकता है.
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इस कार्यक्रम में बोकारो के मध्यस्थ एके राय, आफताब आलम और गढ़वा के मध्यस्थ संजय पांडेय ने भी अपने विचार रखें. झालसा, रांची की ओर से मध्यस्थ कार्यवाही को प्रभावी बनाने के लिए राज्य के सभी मध्यस्थों को ऑनलाईन माध्यम से जोड़कर ई-लर्निंग प्रोग्राम आयोजित किया जा रहा है. इसी दिशा में डालसा, रांची की ओर से एकदिवसीय ई-लर्निंग प्रोग्राम आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में वक्ता के रूप में अभिषेक कुमार सचिव डालसा, पीएन सिंह विशेषज्ञ मध्यस्थ, मनीषा रानी अधिवक्ता मध्यस्थ रांची ने मध्यस्थता के संबंध में अपने विचार रखे.