रांची: झारखंड में ओमिक्रॉन के नए सब वैरिएंट सेंटोरस (Omicron new sub variant) का संक्रमण मिलने के बाद यह आशंका जताई जा रही है कि तेजी से लोगों को संक्रमित करने वाला यह वैरिएंट देश में कोरोना की चौथी लहर (Covid19 fourth wave) का कारण बन सकता है. इन आशंकाओं के बीच एक खबर यह भी है कि झारखंड में कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम हुई है और लगातार एक्टिव केस की संख्या भी कम होती जा रही है.
इसे भी पढ़ें: देश में कोविड की चौथी लहर आ सकती है Omicron new sub variant Centaurus से, झारखंड में 63 फीसदी केस
कोरोना इंडिकेटर्स में झारखंड राष्ट्रीय औसत से बेहतर: 20 अगस्त 2022 तक राज्य में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या अब घटकर 400 से भी नीचे आ गई है, जबकि 20 जुलाई 2022 को राज्य में 1129 कोरोना के एक्टिव केस थे और हर दिन 200 से अधिक नए संक्रमित मिल रहे थे. कोरोना इंडिकेटर्स में भी झारखंड अभी राष्ट्रीय औसत से बेहतर है. देश मे जहां कोरोना का 7डेज ग्रोथ रेट 0.02% है, वहीं झारखंड में यह महज 0.01% है. इस दर के मुताबिक वर्तमान संक्रमण वृद्धि दर से कोरोना संक्रमितों की संख्या राष्ट्रीय स्तर पर दोगुनी होने में 3786 दिन लगेंगे और झारखंड में यही ग्रोथ रही तो 7237 दिन में केस दोगुने होंगे. राज्य में कोरोना संक्रमितों की रिकवरी रेट भी राष्ट्रीय औसत 98.58% से बेहतर 98.70 है. राज्य में कोरोना मोर्टेलिटी रेट जरूर राष्ट्रीय औसत 1.19% से थोड़ा ज्यादा 1.20% है.
अभी इन जिलों में हैं ज्यादा कोरोना संक्रमित: झारखंड में अभी बोकारो, देवघर, पूर्वी सिंहभूम, रामगढ़, रांची, हजारीबाग, कोडरमा, लातेहार, लोहरदगा और पलामू ऐसे 10 जिले हैं, जहां 10 या उससे ऊपर कोरोना संक्रमित हैं. सबसे ज्यादा 100 एक्टिव केस पूर्वी सिंहभूम (जमशेदपुर) में है बाकी के अन्य 13 जिलों में या तो कोरोना संक्रमण के एक्टिव केस नहीं है या वह सिंगल डिजिट में है.