रांचीः डीएसपीएमयू में सोमवार से ऑफलाइन परीक्षाएं आयोजित हुईं. वहीं रांची विश्वविद्यालय में पीजी और यूजी की फाइनल सेमेस्टर की परीक्षाएं इसी माह से शुरू हो रहीं हैं. छह परीक्षा केंद्रों पर ऑफलाइन परीक्षा आयोजित की जाएंगी. विश्वविद्यालय के अधिकारी परीक्षा को लेकर कॉलेजों में की गई व्यवस्थाओं का लगातार जायजा ले रहे हैं. सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर रांची विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से तमाम कॉलेजों को निर्देश जारी किया गया है.
कोरोना गाइडलाइन का होगा पालन
सितंबर में ही रांची विश्वविद्यालय के भी स्नातक और स्नातकोत्तर के फाइनल सेमेस्टर की परीक्षाएं शुरू हो जाएंगी, जिसको लेकर 6 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. जेएन कॉलेज धुर्वा, डोरंडा कॉलेज, योगदा सत्संग कॉलेज, गोसनर कॉलेज, संत पॉल कॉलेज और निर्मला कॉलेज में परीक्षार्थी ऑफलाइन परीक्षा देंगे. कोविड-19 को लेकर कॉलेज प्रबंधकों को विशेष गाइडलाइन दी गई है. कॉलेज गेट से 200 मीटर तक बैरिकेडिंग की व्यवस्था होगी. वहीं एक निर्धारित दूरी बनाकर विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा.
3 अक्टूबर की पूर्व में प्रस्तावित परीक्षा रद्द
इधर यूपीएससी की परीक्षा 4 अक्टूबर को है. इसे लेकर रांची विश्वविद्यालय ने 3 अक्टूबर को होने वाली सभी परीक्षाएं रद्द कर दी है. संशोधित परीक्षा केंद्र आरयू की ओर से जारी किया गया है. 28 सितंबर से 9 अक्टूबर तक तमाम परीक्षाएं आयोजित होंगी. यह परीक्षाएं दो पालियों में होंगी.
आरयू ने सरकार को भेजा प्रस्ताव
रांची विश्वविद्यालय की ओर से पीजी विभागों और अंगीभूत कॉलेजों में 21 विषयों में सहायक प्रधान अध्यापकों के रिक्त पदों पर नियुक्ति के मद्देनजर आरक्षण रोस्टर क्लीयरेंस के लिए राज्य सरकार के पास एक प्रस्ताव भेजा गया है. इसके तहत 21 विषयों के लिए 188 नए पद रोस्टर के क्लीयरेंस के लिए भेजे गए हैं. इनमें 148 बैकलॉग और 120 रेगुलर पद हैं, जोकि विभिन्न विषयों के लिए हैं. गौरतलब है कि रांची विश्वविद्यालय में काफी समय से नियुक्ति नहीं हुई है, जबकि सेवानिवृत्ति लगातार हो रही है.
स्कूल खोले जाने को लेकर कवायद शुरू
इधर केंद्रीय गाइडलाइन के तहत सितंबर के अंत तक से सीनियर विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोले जाने को लेकर तैयारियां शुरू हो गईं हैं. विद्यालय स्तर पर बैठक की जा रही है. वहीं प्रशासन की ओर से भी विद्यालयों को कई गाइडलाइन जारी की गई है. स्कूल प्रबंधकों को अपने स्कूल में एक आइसोलेशन सेंटर बनाना होगा. वहीं, किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए उचित व्यवस्था करनी होगी. स्कूलों के शिक्षक विद्यार्थियों को सोशल डिस्टेंसिंग के अलावा तमाम सुरक्षात्मक उपाय भी बताएंगे. सीटिंग अरेंजमेंट बेहतर करना होगा. साथ ही 6 फीट की दूरी पर बच्चों को बैठाना होगा. वहीं, स्टाफ रूम में शिक्षकों की गैदरिंग पर मनाही है.
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सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए टोल फ्री नंबर
स्कूली साक्षरता विभाग की ओर से राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की मानसिक परेशानियों को दूर करने के लिए एक टोल फ्री नंबर जारी किया गया है. 80 4611 0007 नंबर से संपर्क कर विद्यार्थी, अभिभावक, निःशुल्क फोन पर कई सुझाव प्राप्त कर सकते हैं. इस टोल फ्री नंबर पर शिक्षा अधिकारियों के अलावा मनोचिकित्सक अभिभावक और बच्चों की समस्याओं का निदान करेंगे. शिक्षा पदाधिकारियों की मानें तो यह टोल फ्री नंबर इस विकट परिस्थिति में विद्यार्थियों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा. वहीं, इस वर्ष झारखंड में 13 नए एकलव्य स्कूल खोलने की प्रक्रिया तेज हो गई है. 1560 विद्यार्थियों का प्रवेश परीक्षा के आधार पर चयन कर लिया गया है. फिलहाल स्कूल बंद है. इसलिए नामांकन नहीं हो सका है. एकलव्य स्कूलों के 3307 विद्यार्थियों को पढ़ने के लिए टैब दिया जाएगा.
केंद्रीय विश्वविद्यालय में विशेष ऑनलाइन कार्यशाला का आयोजन
झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय में लगातार ऑनलाइन तरीके से विद्यार्थियों के साथ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जुड़े हुए हैं. इसी कड़ी में साइंस टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट की ओर से इंटरनेट ऑफ थिंग्स विषय को लेकर पांच दिवसीय कार्यशाला की शुरुआत की गई. इस फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम को एआईसीटीई नई दिल्ली की ओर से अटल योजना के तहत प्रायोजित की गई है. इस ऑनलाइन कार्यशाला में देश के 150 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे हैं.
बीआईटी मेसरा के एनएसएस समन्वयक ओम प्रकाश पांडे का चयन
राष्ट्रीय सेवा योजना में बेहतर काम करने वाले बीआईटी मेसरा के एनएसएस समन्वयक डॉक्टर ओम प्रकाश पांडे का चयन राष्ट्रीय योजना पुरस्कार के लिए किया गया है. राष्ट्रपति की ओर से 24 सितंबर को एनएसएस के स्थापना दिवस के अवसर पर इन्हें सम्मानित किया जाएगा. इस पुरस्कार से देश भर से केवल 10 पदाधिकारियों को ही पुरस्कृत किया जाना है. झारखंड, बिहार से पुरस्कार पाने वाले डॉक्टर ओम प्रकाश पांडे पहले अधिकारी हैं.