रांचीः झारखंड में मानव तस्करी के जरिए अब तक हजारों लड़कियों की जिंदगी को तबाह करने वाले मानव तस्करी के किंगपिन पन्नालाल सहित चार पर एनआईए ने चार्जशीट दायर कर दिया है. पन्नालाल सहित चार अभियुक्तों पर रांची के एनआईए की विशेष अदालत में चार्जशीट फाइल किया गया है. अभियुक्तों में पन्ना के अलावा उसकी पत्नी सुनीता देवी भाई शिव शंकर गंझू और उसका सहयोगी गोपाल शामिल है.
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पत्नी फरार है, पन्ना और उसका भाई हो चुके है गिरफ्तार
एनआईए की चार्जशीट में अभी कहा गया है कि पन्नालाल और उसकी पत्नी समेत चार आरोपियों ने झारखंड की लड़कियों की तस्करी कर 100 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति अर्जित की है. साल 2019 में पन्नालाल की गिरफ्तारी हुई थी. उसके भाई को एनआईए की टीम ने पिछले साल ही गिरफ्तार किया था, जबकि पत्नी सुनीता देवी फरार चल रही है, एनआईए ने उसे भगोड़ा घोषित किया है.
ईडी भी कर रही जांच
झारखंड के कुख्यात मानव तस्करों में चिन्हित पन्ना लाल महतो जेल में रहने के बावजूद अपने परिवार के सदस्यों की मदद से मानव तस्करी रैकेट चलाता था. मानव तस्कर पन्नालाल झारखंड की बेटियों का सौदा कर करोड़ों की कमाई कर रहा था. पूरे मामले में खुलासे के बाद ईडी ने भी इस संबंध में पन्नालाल और उसके परिवार के सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. एफआईआर में पन्नालाल के अलावे उसके दामाद वासुदेव, विकास, मलती सुंडिल, पन्ना लाल के भगीना नवीन गंझू को आरोपी बनाया गया है. पन्ना लाल के खिलाफ पूर्व में खूंटी के एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट थाना में 19 एफआईआर दर्ज हैं.
कैसे काम करता है पन्नालाल का नेटवर्क?
पन्ना लाल के खिलाफ दर्ज मामलों के अनुसंधान और फाइनल रिपोर्ट्स के अनुसार पन्ना लाल के मानव तस्कर रैकेट खूंटी समेत राज्य के अन्य हिस्सों में सक्रिय है. पन्ना लाल ने इन जिलों में अपने लिए दलाली करने वाले लोग रखे हैं. ये लोग गांव में नाबालिग और गरीब लड़कियों को दिल्ली या अन्य महानगरों में नौकरी दिलाने का झांसा देते हैं. लड़कियों को अपनी जाल में फंसाने के बाद उन्हें पन्नालाल को सौंप दिया जाता था. इसके बाद पन्ना लाल के लोग अपने संपर्क के और गिरोह के ही लोगों की ओर से खोले गए प्लसमेंट एजेंसी के जरिए लड़कियों का सौदा करते हैं, उन्हें महानगरों में काम में लगाया जाता था.